बदायूॅं जनमत। शहर में बाइकर्स गैंग बेखौफ होकर डीएम रोड पर एसएसपी आवास के पास पहुंच कर एक किशोर को धमका रहा था। उसी दौरान एसएसपी अपने आवास से एस्कार्ट के साथ निकले। उन्होंने बाइकर्स गैंग को किशोर को धमकाते देखा तो गाड़ी रुकवाते हुए उन्हें पकड़ने दौड़ पड़े। यह देख साथ मौजूद पुलिस कर्मियों ने दौड़ लगाकर बाइकर्स गैंग के चार सदस्यों को पकड़ लिया।
एसएसपी उन चारों को लेकर सिविल लाइंस थाने पहुंचे। जहां पुलिस ने पूछताछ की। बाद में पीड़ित किशोर ने थाने पहुंच कर तहरीर दी। जिसमें उसने फायर मिस होने की बात कही। पुलिस ने तहरीर के आधार पर सात नामजद दो अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
दरअसल, शाम करीब छह बजे एसएसपी डा. ओपी सिंह कछला घाट के निरीक्षण और कांवड़ सुरक्षा ड्यूटी देखने के लिए अपने आवास से निकले थे। उनकी गाड़ी सौ मीटर ही चली होगी कि उन्होंने देखा कि चार से पांच बाइकों पर सवार युवक वहां हंगामा मारपीट कर रहे। इस पर एसएसपी ने अपनी गाड़ी रुकवाई और नीचे उतर आए। यह देख उनके साथ चल रहा एस्कार्ट भी उतर आया और उनका इशारा मिलते ही युवकों को पकड़ने दौड़ पड़ा। यह देख बाइकर्स गैंग के सदस्य भागने लगे। लेकिन पुलिस कर्मियों ने चार को पकड़ लिया।
एसएसपी उन चारों को लेकर सिविल लाइंस थाने पहुंचे। सिविल लाइंस पुलिस को सौंप कार्रवाई करने के निर्देश देकर आगे बढ़ गए। उन चारों के पास से पुलिस को तमंचे व कारतूस भी मिले हैं। पूछताछ में पता चला कि दो दिन पहले बाइकर्स गैंग का डीएम रोड निवासी नितिन कश्यप से विवाद हुआ था। उस दिन नितिन भाग आया था। इसके चलते रविवार को वह एकत्र होकर नितिन को उसके घर धमकाने पहुंचे थे। वह लोग लाठी डंडे और ईंट पत्थर भी लिए थे।
पीड़ित नितिन का आरोप है कि उन लोगों ने फायर किया था, लेकिन वह मिस हो गया। बताया कि वह लोग उसे बाहर निकालने की कोशिश कर मारने की कोशिश रहे थे कि उसी समय एसएसपी पहुंच गए।
अगर एसएसपी न पहुंचते तो वह मारा जाता। नितिन के मुताबिक उसे मारने बाइकर्स गैंग का सरगना बाबट निवासी तेजेश्वर उर्फ तेजा, गांधी नगर निवासी विशाल बाबू, बाबा कालोनी निवासी सनोज, चंदऊ निवासी दिव्यांश उर्फ देवांश पटेल, हर्षित पटेल, दातागंज निवासी अंगद यादव, गांधी नगर निवासी आयुष व दो अज्ञात लोग आए थे। इसमें तेजेश्वर ने उस पर फायर किया था। पुलिस ने हत्या की कोशिश, घर में घुसना, मारपीट, बलवा, आर्म्स एक्ट, एकराय होकर वारदात करने समेत अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है। सिविल लाइंस इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई ने बताया चार आरोपित पकड़े गए हैं, शेष की तलाश चल रही है। उनकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
नितिन के पिता पुलिस विभाग में फालवर थे। विवाद आदि के चलते ही उन्होंने कुछ दिन पहले घर में फंदा लगाकर अपनी जान दे दी थी। पिता की मृत्यु के बाद से नितिन पर अंकुश खत्म हो गया था। वह अपने हिसाब से ही चलता था।
आसपास के लोगों के मुताबिक बाइकर्स गैंग शराब पीकर आए दिन इसी तरह से बवाल करता है। कुछ दिन पहले एसपी सिटी आवास के पास लगने वाली फूड्स कार्नर के पास भी इन लोगों ने बवाल काटा था। इसके अलावा डीएम रोड, नेकपुर आदि के इलाके में इनकी आवाजाही अधिक रहती है।
कछला जाने के लिए आवास से निकले थे। रासते में देखा कि कुछ लड़के गाली गलौज करते हुए विवाद कर रहे हैं। गाड़ी रुकवा कर पकड़वाया और थाने छोड़ दिया था। बाद में पता चला कि वह फायरिंग और धमकाने गए थे। पीड़ित की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। –
डा. ओपी सिंह, एसएसपी