बदायूॅं जनमत। लोकसभा चुनाव में अपने दल और प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए स्थानीय नेता हर संभव प्रयास में जुटे हुए हैं। ऐसा ही मामला ककराला में प्रकाश में आया है। आरोप है कि ककराला के वर्तमान चेयरमैन समेत 08 लोग वोटरों के घरों में घुसकर समाजवादी पार्टी को वोट देने के लिए धमका रहे हैं। मामले को लेकर कई लोगों ने थाने पहुंच कर इसकी शिकायत की तो पुलिस ने चेयरमैन समेत आठों लोगों के खिलाफ वोटरों को धमकाने, मारपीट करने और चुनाव प्रभावित करने को लेकर मुकदमे दर्ज किए हैं। वहीं सूत्रों का कहना है कि मामले में पुलिस की चार टीमें गठित हुई हैं जो आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार दबिशें दें रहीं हैं।
पहला मामला- अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा ककराला के वार्ड संख्या 09 निवासी नूर अफ्शां पत्नी गय्यूर खां ने आरोप लगाया है कि 05 मई को अपने घर पर मौजूद थी। तभी ककराला के वर्तमान चेयरमैन इंतखाब पुत्र मुमताज खां उसके घर आए थे। उनके साथ ककराला निवासी असहाब खां पुत्र आफ़ताब खां तथा दो अज्ञात व्यक्ति मौजूद थे, इन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी जीत रही है इसलिए तुम समाजवादी पार्टी को वोट दो। मैंने कहा कि मैं तो बीजेपी को वोट दूंगी। इसी पर चारों लोगों ने मेरे साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी देकर चले गये। इस पर अलापुर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए धारा 323, 452, 504, 506 में मुकदमा पंजीकृत किया है।
दूसरा मामला- कस्बा ककराला के वार्ड संख्या 17 की निवासी युसूफ जहां पत्नी रहीसुल ने अलापुर थाना प्रभारी को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि वह भाजपा को वोट दे रही है, आज ककराला के वार्ड संख्या 15 निवासी चेयरमैन इंतखाब पुत्र मुमताज खां, जमीर खां पुत्र अखतर खां, असहाब खां पुत्र बच्चू खां, जाहिद उर्फ टमाटर पुत्र नौशे, वार्ड संख्या 21 निवासी फ़ीरोज़ मेम्बर पुत्र बस्सु खां, वार्ड संख्या 20 निवासी फीरोज खां पुत्र सुबहानी मेरे घर गालियां देते हुए आए और कहा तूने साइकिल को वोट नहीं दिया तो तुझे जान से मार देंगे। यूसुफ जहां की तहरीर पर अलापुर पुलिस ने धारा 147, 452, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो सभी आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर चार पुलिस टीमों का गठन किया गया है। टीमें लगातार दबिशें दें रहीं हैं। चर्चा है कि सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्यवाही भी अमल में लाई जा सकती है। समाचार लिखे जाने तक अलापुर थाना प्रभारी का फोन नंबर बंद था।