बदायूॅं जनमत। उझानी डिवीजन के गांव बादुल्लागंज में चकरोड को छोड़कर खेतों के ऊपर से 11 हजार वोल्ट लाइन डाली जा रही है। गांव वालों के विरोध पर विभागीय अफसरों ने फिलहाल काम को रुकवा दिया है। जेई ने मौका मुआयना कर अधिशासी अभियंता को मामले की जानकारी दी है।
बिजली विभाग ट्यूबवेल और गांव की लाइनों को अलग करने जा रहा है। उझानी डिवीजन के गांव बादुल्लागंज में 15 जून को दोपहर में उस समय काम किया गया, जब किसान घरों पर आराम कर रहे थे। शाम के समय खेतों पर पहुंचे तो इसकी जानकारी हुई, तब तक लगभग 12 पोल लगाए जा चुके थे। चकरोड छोड़कर खेतों पर लाइन डालने और बिना पूर्व सर्वे या जानकारी के पोल लगाने का किसानों ने विरोध किया।
इसके बावजूद काम नहीं रोका गया और किसानों से अभद्र व्यवहार भी किया गया। 16 जून को अधिशासी अभियंता को संबोधित शिकायती पत्र भेजा गया। इसकी काॅपी डीएम समेत चीफ इंजीनियर, एमडी पाॅवर काॅरपोरेशन, अधीक्षण अभियंता आदि को भेजी गई। इसके बाद अफसर तुरंत हरकत में आए और उन्होंने आनन-फानन में काम पर रोक लगा दी।
अधिशासी अभियंता उझानी के आदेश पर असरासी फीडर के जेई अमित कुमार ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सभी पहलुओं पर बारीकी से अवलोकन किया। शाम को उन्होंने अपनी रिपोर्ट एक्सईएन उझानी को सौंप दी। कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि सर्वे या काम से सम्बंधित कोई भी अभिलेख नहीं दिखा पाए। शिकायती पत्र में रहमान रसूल, मुताहिर मियां, शमशाद रसूल, मुजम्मिल हुसैन, सचिन सोनू, सलमान रसूल, पप्पू राठौर, नवाजिश रसूल, बृजपाल, मेराज हुसैन आदि ने हस्ताक्षर किए हैं।
