बदायूॅं जनमत। बरेली-मथुरा हाईवे पर नवादा स्थित संविलियन विद्यालय परिसर में नालों का गंदा पानी आने से छात्र-छात्राएं को काफी परेशानी हो रही है। इससे परेशान बच्चे शिक्षकों के साथ शुक्रवार सुबह 10 बजे हाईवे पर पहुंच गए। इससे हाईवे पर दोनों ओर लंबा जाम लग गया। नवादा चौकी के पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर छात्र-छात्राओं को समझाते हुए जाम खुलवाया। इस दौरान करीब पांच से सात मिनट तक हाईवे पर जाम लगा रहा।
जिले में बीते कई दिनों से मानसून की बारिश हो रही है, लेकिन नाला सफाई का काम अभी तक चल रहा है। खास बात यह है कि नगर निकायों की ओर से केवल उन नालों की सफाई कराई जा रही है, जिन पर अतिक्रमण नहीं है। ऐसे में जिन नालों पर अस्थायी से लेकर स्थायी अतिक्रमण है। वहां पर नाला सफाई का काम नहीं किया जा रहा है। इसकी वजह से शहर समेत देहात क्षेत्रों में रोजाना सड़कों पर जलभराव हो रहा। नालों का गंदा पानी दुकानों, स्कूलों और घरों तक में भर रहा है। ऐसा ही हाल नवादा स्थित संविलियन विद्यालय का है। नवादा के नाले पर अतिक्रमण होने की वजह से सफाई का काम नहीं हो पा रहा है। इससे बारिश होते ही नालों का गंदा पानी विद्यालय परिसर में भर जाता है। इससे छात्र-छात्राओं को विद्यालय आते और जाते समय गंदे पानी से होकर कक्षाओं में जाना पड़ता है। रोजाना की समस्या से परेशान छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार को बरेली-मथुरा हाईवे पर जाम लगा दिया था।
जाम खुलने के बाद में विद्यालय परिसर में पहुंचे प्रधानाध्यापक और चौकी पर तैनात दरोगा में बहस हो गई। प्रधानाध्यापक का कहना था कि अतिक्रमण होने के कारण नाला सही से साफ नहीं हो पा रहा है। ऐसे में नाले का गंदा पानी विद्यालय परिसर में आता है। वहीं दरोगा का कहना था कि नाले पर कोई अतिमक्रण नहीं हो रहा है। नाले से अतिक्रमण हटवा रखा है।
स्कूल के प्रधानाध्याक संजीव शर्मा ने कहा कि बारिश होने पर विद्यालय परिसर में नालों का गंदा पानी आ जाता है। इससे छात्र-छात्राओं समेत विद्यालय स्टाफ को आने जाने में परेशानी होती है। गंदे पानी से होकर निकलने में छात्र-छात्राओं को अगर कोई इंफेक्शन या अन्य कोई परेशानी हुई, तो उसकी जिम्मेदारी किसी की होगी, क्योंकि नाले के गंदे पानी तमाम तरह के कीड़े भी बहकर आ जाते हैं।
