बदायूँ जनमत। कांग्रेस जिला अध्यक्ष ओमकार सिंह के प्राइवेट स्टैंड स्थित कैम्प कार्यालय पर महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि मनाई गई। कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर आजाद जी के चित्र पर माल्यार्पण करके देश की आजादी में उनके योगदान को याद किया।
जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह ने चंद्रशेखर आजाद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चन्द्रशेखर आजाद भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी स्वतंत्रता सेनानी थे। उनका जन्म 23 जुलाई को हुआ था वे शहीद राम प्रसाद बिस्मिल, सुखदेव राजगुरु व शहीद भगत सिंह सरीखे क्रान्तिकारियों के साथियों में से थे। चंद्रशेखर आजाद ने काकोरी साजिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जहां उन्होंने ब्रिटिश खजाने से नकदी ले जा रही ट्रेन को लूट लिया। आज़ाद ने आखरी गोली खुद को मारकर आत्महत्या कर ली थी, क्योंकि उन्होंने प्रतिज्ञा की थी कि पुलिस उन्हें कभी भी जीवित नहीं पकड़ेगी। चंद्रशेखर आजाद जी ने नारा दिया था कि आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे। 27 फरवरी 1931 को प्रयागराज के अल्फ्रेड पार्क में उन्होंने अंग्रेजों से लोहा लिया था और अपनी बंदूक की आखिरी गोली से खुद की जीवन लीला समाप्त कर ली थी। चंद्रशेखर आजाद जी की पिस्टल आज भी इलाहाबाद राष्ट्रीय संग्रहालय में रखी हुई है। कार्यक्रम का संचालन जिला महासचिव इगलास हुसैन ने किया।
इस दौरान जिला उपाध्यक्ष सुरेश राठौर, शहर उपाध्यक्ष अकील अहमद, वीरेश, राज यादव, उमेन्द्र, श्याम सिंह, दिनेश गौड़, राजू, बख्तियार, मुज्तहिद, रमेश, श्यामसुंदर आदि कांग्रेसजन मौजूद रहे।
