बदायूॅं जनमत। दो दिन पहले सरकारी स्कूल के बाहर खेल रही डेढ़ साल की बच्ची का बाइक सवारों ने अपहरण कर लिया था। एसएसपी ने निर्देशन में पुलिस टीमों का गठन कर तलाश जारी की गई। दो दिन बाद पुलिस ने बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया। साथ ही पुलिस ने रविवार रात मुठभेड़ में मासूम बच्ची के तीन अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया। दो बदमाशों के पैर में गोली लगी है। घायल बदमाशों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पकड़े गए तीन बदमाशों में एक पड़ौलिया गांव के प्रधान का बेटा है। पुलिस ने बदमाशों से दो बाइकें, तमंचे व कारतूस बरामद किए हैं।
पुलिस को रविवार रात करीब आठ बजे सूचना मिली कि कड्डीनगला गांव से अपह्रत बच्ची प्रभा के अपहरणकर्ता अटैना पुल से गुजरने वाले हैं। सूचना मिलते ही उसहैत पुलिस व एसओजी ने बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी कर दी। अटैना पुल पर संदिग्ध लोगों की चेकिंग शुरू कर दी गई। इसी दौरान पुलिस को दो बाइकों पर तीन संदिग्ध लोग आते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने बाइक को रोकने का प्रयास किया, लेकिन बाइक सवार अटैना पुल से जटा गांव की तरफ भागने लगे। पुलिस ने बाइक सवारों का पीछा किया। इस पर बदमाशों ने बाइक से उतरकर पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में दो बदमाशों के पैर में पुलिस की गोली लगी। घायल होने पर दोनों बदमाश जमीन पर गिर गए। वहीं, तीसरा बदमाश खुद को घिरा देख भागने लगा, जिसे पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ लिया।
गिरफ्तार बदमाशों ने अपने नाम अमनपाल (22) पुत्र निरंजन पाल निवासी गांव पड़ौलिया थाना कुंवरगांव और सागर (22) रामेश्वर दयाल निवासी वार्ड एक कस्बा सखानूं थाना अलापुर और यशपाल सिंह पुत्र सूरजपाल निवासी गांव खंदक कोतवाली सहसवान व हाल पता गांधीनगर सदर कोतवाली बताया। पुलिस की पूछताछ में बदमाशों ने बच्ची के अपहरण की बात स्वीकार की है। पुलिस ने घायल बदमाश अमन पाल व सागर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां पुलिस अभिरक्षा में दोनों का इलाज चल रहा है। सीओ शक्ति सिंह ने जिला अस्पताल पहुंचकर बदमाशों के बयान दर्ज किए। बता दें कि छह मार्च की दोपहर उसहैत थाना क्षेत्र के गांव कटरा सआदतगंज निवासी पुष्पेंद्र की डेढ़ साल की बेटी प्रभा को दो बदमाश दिन में तीन बजे बाइक पर बैठाकर अपहरण करके ले गए थे। तभी से पुलिस बाइक सवार बदमाशों की तलाश में जुटी थी।
बेचने के लिए किया था बच्ची का अपहरण…
पकड़े गए बदमाशों से प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि बदमाश बच्ची को बेचना चाहते थे। इससे पहले कि वह अपने मकसद में कामयाब हो जाते पुलिस उन तक पहुंच गई। जिस कारण उन्हें बच्ची को छोड़कर भागना पड़ा। यहां बता दें कि बच्ची को सकुशल पुलिस ने शनिवार रात ही पा लिया था। बच्ची शनिवार को ही उसके माता-पिता को सौंप दी गई थी।