यूपी जनमत। नवंबर 2024 में हुई संभल हिंसा मामले में एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई की है। संभल की शाही जामा मस्जिद में पिछले साल सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के मामले में एसआईटी ने रविवार को कोतवाली में करीब चार घंटे की पूछताछ के बाद जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली एडवोकेट को गिरफ्तार कर लिया। सदर पर भीड़ इकट्ठा कर हिंसा भड़काने का आरोप है। सदर की गिरफ्तारी की जानकारी होते ही कोतवाली में भीड़ जुट गई। जिस पर पुलिस- प्रशासन ने एहतियातन पांच थानों की फोर्स के साथ पीएसी और आरआरएफ बल तैनात कर दिया। अफसर भी कोतवाली में डेरा जमाए रहे। उधर सदर से मिलने कोतवाली पहुंचे उनके भाई ने पुलिस पर माहौल खराब करने का आरोप लगाया। शाम को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सदर को मेडिकल के बाद चन्दौसी में कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान अधिवक्ताओं की कोर्ट में अंदर जाने के लिए पुलिस से नोकझोंक भी हुई। बाद में कोर्ट ने न्यायिक अभिरक्षा में सदर जफर अली को जेल भेज दिया।
सदर के भाई बोले, पुलिस नहीं चाहती कि शहर में शांति रहे…
जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफ़र अली एडवोकेट के बड़े भाई ताहिर अली एडवोकेट कोतवाली में जफ़र अली से मिलने पहुंचे। सदर से मिलने के बाद उन्होंने बताया कि न्यायिक आयोग में सोमवार को जफ़र अली को अपना बयान देना था, पुलिस चाहती है कि ब्यान नहीं दें, लेकिन वह वही बयान देंगे जो उन्होंने दिया था कि हिंसा के दौरान पुलिस ने ही गोली चलाई थी। जफ़र अली चाहते हैं कि संभल में शांति रहे लेकिन पुलिस प्रशासन नहीं चाहता कि शांति रहे। पुलिस उन्हें जेल भेजने की तैयारी कर रही है। उन्होंने एएसपी से कहा कि आप शहर में तनाव बढ़ाना चाहते हैं। एएसपी श्रीश्चन्द्र ने बताया कि शहर में पूरी तरह शांति है।
संभल एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया 24 नवंबर को हुई हिंसा में दर्ज मुकदमे में जामा मस्जिद के सदर जफर अली को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। उन्हें शनिवार देर रात भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था और धार्मिक क्रियाकलाप करने के लिए उन्हें छोड़ दिया गया था। रविवार सुबह दोबारा से पूछताछ के लिए लाया गया और उन्हें पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।