बदायूँ जनमत। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश टेक्निकल सपोर्ट यूनिट लखनऊ और राजकीय मेडिकल कॉलेज के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता संपन्न हुआ है। इस समझौते के तहत राजकीय मेडिकल कॉलेज को रीजनल रिसोर्स ट्रेनिंग सेंटर के रूप में मान्यता प्रदान की गई है। यह समझौता प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार के दिशा-निर्देशन में संपन्न हुआ। इस अवसर पर डॉ. पल्लवी पचौरी स्टेट स्पेशलिस्ट, एवं बृजेश श्रीवास्तव प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर उपस्थित रहे। इस पहल को डॉ. सीमा टंडन प्रोग्राम डायरेक्टर लखनऊ के मार्गदर्शन में पूरा किया गया।
RRTC के तहत विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम…
RRTC के रूप में मान्यता मिलने के बाद जिला महिला चिकित्सालय बदायूं एवं सीएचसी बिसौली के चिकित्सकों को उन्नत प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत राजकीय मेडिकल कॉलेज के स्किल लैब में वर्कशॉप एवं सीएमई आयोजित की जाएंगी। जिला महिला चिकित्सालय एवं सीएचसी बिसौली में मेडिकल कॉलेज और UPTSU लखनऊ की टीम मेंटरिंग विजिट करेगी। चिकित्सकों को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से संबंधित अत्याधुनिक ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी।
इस कार्यक्रम की प्रभावी रूप से संचालन के लिए स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की प्रोफेसर डॉ. सीमा सरन को नोडल अधिकारी और कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के डॉ. निशांत को सह-नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार ने कहा RRTC के रूप में मान्यता मिलना पूरे जनपद के लिए गर्व की बात है। यह पहल जिले में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाएगी। प्रशिक्षित चिकित्सकों की उपलब्धता से गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल में गुणवत्ता सुधार होगा। मेडिकल कॉलेज इस जिम्मेदारी को पूरी प्रतिबद्धता के साथ निभाएगा और जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के नए मानक स्थापित करेगा।