बदायूॅं जनमत। आंदोलन के चलते चर्चाओं में आया नरऊ गांव में आज एक मासूम की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि नगर पालिका उझानी के नालों का गंदा पानी गांव में एकत्र हो रहा है। पानी का प्रदूषण हैंडपंपों तक पहुंच गया है। हैंडपंप का पानी पीने से बच्चे की मौत हुई है। चूंकि यहां पहले से ही नालों का पानी रोकने के लिए गांव वालों समेत कांग्रेसी आंदोलनरत हैं। ऐसे में मामला और तूल पकड़ गया है।
बता दें कि उझानी नगर पालिका के नालों का गंदा पानी काफी समय से नालों के माध्यम से नरऊ गांव में पहुंचता है। इसको लेकर कांग्रेस और बीएसपी लगातार आंदोलन कर रहे हैं। पिछले 13 दिन से यहां धरना प्रदर्शन चल रहा है। लोग क्रमिक अनशन पर भी बैठ रहे हैं। इधर, आज यहां रहने वाले मनोज के तीन साल के बेटे लकी की हालत अचानक बिगड़ गई। उसे डायरिया के लक्षण हो गए। परिजन उसे डॉक्टर के पास ले गए लेकिन वहां उसकी मौत हो गई। मामले की जानकारी पर कांग्रेसी धरनास्थल से उठकर वहां पहुंचे और इस मामले में अब प्रभावी कार्रवाई की मांग उठाई। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ओमकार सिंह ने कहा कि गांव में धीरे-धीरे यही दूषित पानी महामारी फैला देगा। लगातार आंदोलन चल रहा है लेकिन प्रशासन कोई स्थाई समाधान नहीं निकाल पा रहा है।
परिजनों के मुताबिक उनके हैंडपंप में दूषित पानी आता है। इसी के सेवन से गुरुवार रात उनके बच्चे की हालत बिगड़ गई। सुबह तक हालत और ज्यादा खराब हुई तो परिजन उसे आज डॉक्टर के पास ले गए लेकिन वहां उसकी मौत हो गई।