बदायूँ जनमत। थाना उसहैत क्षेत्र में एक गांव के लोगों ने मध्य प्रदेश राज्य के एक आदिवासी को बच्चा चोर समझकर पुलिस को सौंपा। पुलिस ने उसके बारे में जानकारी ली तो वह घरेलू कलह के चलते मानसिक दुर्बलता का शिकार निकला।
जनमत एक्सप्रेस को मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश राज्य के जनपद बड़वाई की तहसील गढ़वा के टोक्सर का निवासी है। उसने अपना नाम विनोद वाल्मीकि (45) पुत्र कन्हैया बताया। उसका कहना था कि पारिवारिक कारणों की बजह से वह पिछले तीन माह से पैदल अपने गांव ने निकला है और मांग कर अपना पेट भरता है। जहां रात होती है वहीं सो जाता है। बीती रात वह उसहैत क्षेत्र के गांव मसूदपुरा में सोया था। सुबह तड़के ग्रामीण उसे बच्चा चोर कहने लगे। जिसके चलते भीड़ बड़ती गई और सैकड़ों ग्रामीण उसे थाने लेकर आ पहुंचे। थाने में पुलिस द्वारा उसकी जामा तलाशी ली गई तो उसके पास एक कम्बल और कुछ बर्तन व कुछ खाने का सामान निकला। जनमत एक्सप्रेस ने जब पूछा कि उसहैत कैसे आ पहुंचे तो उसने जबाव दिया कि उसे कुछ पता नहीं वह पिछले तीन माह से लगातार रोड़ पर पैदल चर रहा है।
उधर क्षेत्र में अफवाह फैल गई कि उसके पास दो बच्चे व चाकू आदि बरामद हुए हैं। इसके चलते सैकड़ों लोग थाने आ पहुंचे। जिन्हें पुलिस ने समझाकर वापस किया। और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।
