बदायूँ जनमत। यूपी में नगर निकाय चुनाव करीब आते ही राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो चुकी है। मंगलवार को उझानी नगर पालिका चेयरमैन पूनम अग्रवाल ने अपने पति पूर्व मंत्री विमल कृष्ण अग्रवाल के साथ लखनऊ में भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के सामने उन्होंने संगठन की सदस्यता ग्रहण की है। वहीं, अब सपा के सामने नए प्रत्याशी की तलाश की टेंशन बढ़ गई है। माना जा रहा है कि पूनम अग्रवाल भाजपा से ही चौथी बार पालिका अध्यक्ष चुनाव के मैदान में उतरेंगी।
पूनम अग्रवाल लगातार तीन बार से उझानी नगर पालिका अध्यक्ष की सीट पर काबिज हैं। उनके पति व पूर्व वित्त राज्यमंत्री विमल कृष्ण अग्रवाल भी राजनीति में पिछले 20 साल से सक्रिय हैं। विमल कृष्ण अग्रवाल साल 2002 में बदायूं विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। इसके बाद वह सपा में शामिल हो गए। हालांकि 2012 में बिल्सी विधानसभा से बसपा के हाजी मसर्रत अली ने उन्हें चुनाव हरा दिया। इस बीच पिछले 15 सालों से पूनम अग्रवाल लगातार समाजवादी पार्टी से यहां चेयरपर्सन बनी रहीं। भाजपा में ज्वॉइनिंग के दौरान जिलाध्यक्ष राजीव गुप्ता और मीडिया प्रभारी आशीष भी उनके साथ मौजूद रहे।
इधर समाजवादी पार्टी ने भी उझानी नगर पालिका सीट से मजबूत दावेदार की तलाश शुरू कर दी है। जिला अध्यक्ष प्रेम पाल सिंह ने बताया कि पूनम अग्रवाल के जाने से पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ता। क्योंकि जनता का मोह अब भाजपा से भंग हो चुका है और निकाय चुनाव में हर सीट पर समाजवादी ही जीतेगी। प्रत्याशी कौन होगा, इसका फैसला जल्द हाईकमान स्तर से किया जाएगा।