बदायूँ जनमत। पात्र होने के बावजूद दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं प्रधानमन्त्री आवास योजना के पात्र ग्रामीण, वहीं आरोप है कि सुविधा शुल्क लेकर आपात्रो को दिया जा रहा है योजना का लाभ।
बिसौली के आसफपुर क्षेत्र के ग्राम मुगर्रा निवसी दिव्यांग रामनरेश पुत्र नारायण सिंह ने उपजिला अधिकारी से मिलकर एक प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें कहा गया है कि ग्राम पंचायत की खुली बैठक में प्रार्थी का नाम आवास योजना के लिए पूर्व में चयनित किया गया था। वर्ष 20 – 21 में हुए पंचायत चुनाव के बाद नवनिर्वाचित प्रधान ने मेरा नाम चयनित सूची से कटवा कर अन्य आपात्र लोगों को आवास आवंटित कर दिया है। दिव्यांग ने न्याय की गुहार लगाई है। इधर विकास खंड आसफपुर के गांव भोजपुर निवासी हरद्धारी लाल ने भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया लेकिन, विकास खंड के अधिकारी कर्मचारियों और प्रधान की मिली भगत के चलते बेहद गरीब होने के बावजूद भी आवास ना मिल सका। उक्त पीड़ितों ने उपजिलाधिकारी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई हैं। एवं प्रधानमंत्री आवास योजना में चल रही धांधली की जाँच कराकर कार्यवाही की मांग की है।