बदायूँ जनमत। आगाज़ संस्था अध्यक्ष आमिर सुल्तानी ने कहा कि वैलेंटाइन डे पश्चिमी सभ्यता का प्रतीक है। हमारे नौजवान युवक युवतियां इसे अपना रहे हैं जो, चिंता का विषय है। जबकि हमारे देश में “लैला मजनू” जैसे प्रेम करने वाले पैदा हुए जिनको, हमारी नौजवान पीढ़ी जानती तक नही है। वो कब पैदा हुए, कब वो दुनिया से चले गए, कोई नहीं जानता। लेकिन, वैलेंटाइन डे नौजवान बहुत खुशी के साथ मनाते हैं। हम ऐसे किसी भी डे का पुरजोर विरोध करते हैं। क्योंकि इसकी आड़ में हमारी पीढ़ी खराब हो रही है।