यूपी जनमत। बिजली उपभोक्ताओं को एक बड़ी राहत मिलने वाली है। उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग ने घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान शुरू करने का फैसला किया है। इससे उपभोक्ताओं को बिजली बिल की चिंता से मुक्ति मिलेगी और बिजली की बचत भी होगी। इस अभियान का शुभारंभ एक मार्च से पूर्वांचल से होगा। इसके लिए यूपी पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
स्मार्ट मीटर एक ऐसा मीटर है, जो बिजली का उपयोग और खपत को ऑनलाइन रिकॉर्ड करता है। इससे उपभोक्ताओं को अपने मोबाइल फोन या कंप्यूटर पर अपना बिजली बिल देख सकते हैं। इसके अलावा, उपभोक्ताओं को अपनी जरूरत के अनुसार बिजली का रिचार्ज करवा सकते हैं। इससे उन्हें बिजली कटौती या बिल भुगतान की समस्या से निपटना नहीं पड़ेगा। स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को बिजली की बचत करने में भी मदद करेगा। उन्हें अपनी बिजली की खपत को कम करने के लिए टिप्स और सुझाव भी मिलेंगे।
उत्तर प्रदेश में में घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य 2025 मार्च तक पूरा करना है। इसके लिए यूपी पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने टेंडर दिया है। इस अभियान के तहत 2.69 करोड़ उपभोक्ता मीटर, 15.26 लाख डीटी मीटर और करीब 20 हजार फीडर पर मीटर लगाए जाने हैं। इसके लिए चुनी गई कार्यदायी संस्थाओं से मीटर लगाने के एग्रीमेंट की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
स्मार्ट मीटर का शुरुआत
खेतखजाना के अनुसार घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान एक मार्च से पूर्वांचल से शुरू होगा। पूर्वांचल में एक मार्च से घर-घर फोर-जी प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगने शुरू होंगे। पूर्वांचल-डिस्कॉम प्रबंधन का कहना है कि चार सदस्यीय समिति ने तीन दिन पूर्व ग्रांटेड टेक्निकल पैरामीटर (जीटीपी) फाइनल कर दी है। समिति के अध्यक्ष और निदेशक तकनीकी जितेंद्र नलवाया, सदस्य मुख्य अभियंता नियोजन चंद्रजीत कुमार, अधीक्षण अभियंता आईटी और अधीक्षण अभियंता वकार अहमद की उपस्थिति में जीटीपी पर मोहर लगाई गई।
स्मार्ट मीटर लगाने का काम सबसे पहले शहरी इलाके के 30 डिवीजनों में होगा। इनमें वाराणसी-आजमगढ़ जोन में 11, प्रयागराज-मिर्जापुर जोन में 10 तथा गोरखपुर-बस्ती जोन में 09 डिवीजन शामिल हैं। पहले चरण में 25000 मीटर लगाए जाएंगे। दूसरे चरण में 75000 और तीसरे चरण में 1.15 लाख मीटर लगने हैं।