कानपुर जनमत। उत्तर प्रदेश के कानपुर में अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई मां बेटी की मौत पर अब विवाद खड़ा हो गया है। प्रशासन और अधिकारी लोगों के निशाने पर हैं। वहीं विपक्ष के नेता अब सरकार पर निशाना साध रहे हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर योगी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने कहा कि पूरे प्रदेश की जनता अन्याय का शिकार हो रही है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि सत्ता के अहंकार की अग्नि ने एक परिवार को भस्म कर दिया। कानपुर नगर या कानपुर देहात ही नहीं पूरा उप्र भाजपा सरकार के अन्याय का शिकार हो रहा है। सोशल मीडिया पर तमाम लोग योगी सरकार पर हमले कर रहे हैं, तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो अखिलेश यादव के इस ट्वीट पर जवाब दे रहे हैं।
विपक्षी नेताओं ने भी बोला हमला
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने ट्वीट किया, “क्या अमृतकाल एैसा होता है? बुलडोज़र तंत्र देश के लोकतंत्र और संविधान को कुचल रहा है, बुलडोज़र का जश्न मनाने वालों के मुंह पर तमाचा है ये तस्वीर”। भीम आर्मी के चीफ चन्द्रशेखर आजाद ने लिखा कि प्रधानमंत्री जी! आवास झोपड़ी में था। मुख्यमंत्री जी! माफिया नहीं, गरीब की झोपड़ी पर बुलडोजर चला है। सरेआम, शासन मां -बहनों को जिंदा जला रहा है। यह प्रधानमंत्री आवास योजना का सच है कि आज भी लोग झोपड़ी में रह रहे हैं एवं यूपी सरकार की कातिलाना शासन व्यवस्था के शिकार हो रहे हैं।
आशीष यादव नाम के यूजर ने लिखा कि निर्दोष जल रहे बुलडोजर की आग में, जल्लाद बैठे हैं सरकार में। योगेन्द्र यादव ने लिखा कि कानपुर देहात की घटना दिल दहला देने वाली है। सरकार की बुलडोजर नीति गरीबों के लिए अभिशाप है। जनतंत्र में पूरा का पूरा तंत्र जनता के ही खिलाफ खड़ा हो गया है। यह बहुत दुखद है। आप नेता संजय सिंह ने लिखा कि जातीय विद्वेष से योगी सरकार का बुलडोज़र, मौत का बुलडोज़र बन गया है। कानपुर देहात की घटना में दोषियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हो। परिवार को 1 करोड़ का मुआवज़ा और बेटे को सरकारी नौकरी दी जाए।