बदायूॅं जनमत। सहसवान की राजनीति में एक खास मुकाम रखने वाले पूर्व चेयरमैन मरहूम हाजी नूरुद्दीन के चेहल्लुम की फातिहा के मौके पर वरिष्ठ पत्रकार हामिद अली खान राजपूत ने उनके बेटे के सर पर पगड़ी बांधकर सरवरहा की जिम्मेदारी सौंपी।
उनके बेटे ने कहा कि सभी हजरात के सामने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी है। मैं वादा करता हूं कि कुरान और सुन्नत के मुताबिक समाजी, कौमी और अपने भाइयों और खानदान के सभी जिम्मेदार मेंबर के मावैन खुलहुस, मोहब्बत, इत्तेहाद और यकजहती को कायम रखने के लिए न सिर्फ पोशा रहूंगा बल्कि सभी खैरखव्हा हजरत की दुआओं और निस्बत से इंशा अल्लाह पायतकिमील को पहुंचाऊंगा ताकि मेरे वालिद मरहूम की रूह को सुकून और इत्मीनान हासिल हो सके। अल्लाह हो तबारक ताला मुझे साबित कदम रहने की तौफीक अता फरमाए। मरहूम हाजी नूरुद्दीन अपने जीवन काल में न सिर्फ सहसवान बल्कि आसपास के क्षेत्र में भी हिंदू मुस्लिम एकता के प्रतीक रहे और उन्होंने गंगा जमुनी तहजीब को परवान चढ़ाया। आज सहसवान की जनता एवं जिम्मेदार सर परस्त लोग हाजी नूरुद्दीन की कमी महसूस कर रहे हैं और नम आंखों से चेहल्लुम की फातिहा पर उनको याद कर रहे हैं।
इस मौके पर निहाल उद्दीन, शहाबुद्दीन, गयासुद्दीन, नगर पालिका अध्यक्ष बाबर मियां, हाफिज इरफान, हाफिज सलीम अख्तर, मुफ्ती अशफाक रजा, मुनीस अली, चौधरी पुत्तन, आजाद जिला मंत्री भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा, अजहर खान, अशरफ अली, मुजीब उर रहमान, सगीर अहमद, शाहिद अली, अजहर खान, इंतजार हुसैन, सोहेल, ओसामा, अरसलन, अरहान, दानिश के अलावा हजारों की तादाद में लोग शामिल हुए।