बदायूॅं जनमत। शहर की चर्चित डॉ. एसएन गोविल के घर 16 अगस्त को हुई लूटपाट की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस वारदात को सात बदमाशों ने योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया था। इनमें बरेली, शाहजहांपुर व पंजाब प्रांत के शातिर शामिल हैं। चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जबकि तीन फरार बताए जा रहे हैं। आरोपियों को कोर्ट ले जाने से पहले पुलिस ने उन्हें एसएसपी डॉ. ओपी सिंह के सामने पेश किया। यहां से चारों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।
पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी ने बताया कि 16 अगस्त की शाम सदर कोतवाली इलाके में लावेला चौराहा के पास रहने वाले बुजुर्ग डॉक्टर दंपति के घर बंधक बनाकर लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया गया था। घटना का मुकदमा दर्ज कर एसओजी टीम को इसके वर्कआउट के लिए जुटाया गया था। जांच में पता लगा कि पूरे घटनाक्रम का तानाबाना शहर के मोहल्ला पनबड़िया में रहने वाली डॉ. एसबी अग्रवाल के ड्राइवर शाहनवाज ने रचा था। शाहनवाज शहर के मछली बाजार का रहने वाला है। मौजूदा वक्त में वह बरेली के थाना कैंट इलाके के नकटिया गांव में रह रहा है और वहां पिछले चार-पांच महीने से आटो चला रहा था। हालांकि इससे पहले वह डॉ. एसबी अग्रवाल की कार चलाता था।
शाहनवाज की गिरफ्तारी के बाद उसने कबूला कि वो एक बार डॉ. एसबी अग्रवाल की पत्नी को डॉ. गोविल के यहां कार से ले गया था। वहां उसे पता लगा कि डॉ. गोविल व उनकी पत्नी अकेले घर में रहते हैं। उनके दोनों बेटे बाहर रहकर जॉब कर रहे हैं। परिवार काफी पैसे वाला है। ऐसे में उसने तभी से दंपति को लूटने की योजना बनाना शुरू कर दी।
आरोपी ने बताया कि वह नौकरी छोड़कर बरेली में रहने लगा और पेट पालने के लिए आटो चलाता था। वहां उसकी दोस्ती शोभित गुप्ता निवासी मोहल्ला गंगानगर थाना सुभाशनगर के साथ हुई। शाहनवाज ने शोभित के सामने डॉक्टर दंपति के घर लूट की बात रखी तो शोभित ने लूट-डकैती की वारदातों में कई बार जेल जा चुके शंकर शर्मा निवासी मोहनपुर थाना कांठ, शाहजहांपुर को बुला लिया। यहां शंकर ने पहले रैकी की योजना बनाई और वारदात के वक्त पूर्व में लूट आदि के मामलों में उसके साथ जेल जा चुके अपने गैंग के अन्य सदस्यों को बुलाने का आश्वासन दिया। घटना से आठ-10 दिन पहले तीनों बदायूं आए और डॉक्टर दंपति के घर की रैकी करके चले गए। क्लीनिक कितने बजे खुलता है और कितने बजे बंद होता है। कितना स्टाफ है आदि सारी जानकारी जुटा ली गईं। 15 अगस्त को भी शातिर गैंग ने एक बार फिर रैकी करके योजना को फाइनल टच दे डाला।
जबकि बाद में बरेली में 84 घंटा मंदिर पर शहनवाज, शोभित व शंकर के अलावा शंकर द्वारा बुलाए गए अपने गैंग के सदस्यों सन्नी उर्फ अशोक निवासी अमन नगर थाना सलेम टाबरी जनपद लुधियाना, निर्मल निवासी गांव कालके थाना धनौला जनपद बरनाला प्रांत पंजाब समेत करनवीर निवासी मैगाड्रीम सिटी थाना इज्जतनगर बरेली व निर्मल के नौकर राजू के साथ वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई। वारदात को अंजाम देने के लिए करनवीर, निर्मल व राजू अपनी बाइक से बदायूं पहुंचे। जबकि बाकी के चारों लोग बस से यहां आए। शाम को डॉक्टर का क्लीनिक बंद हुआ तो आरोपीगण मरीज बनकर भीतर घुसे और बाद में असलहों के बल पर दंपति को बंधक बनाकर 45 हजार कैश समेत डाक्टर की पत्नी के पहने हुए जेवरात लूट लिए। इसी दौरान दरवाजे पर आहट हुई तो पूरी वारदात को अंजाम दिए बगैर दूसरे गेट से यह गिरोह भाग निकला। गैंग के चार सदस्यों के पास से पुलिस ने चार तमंचे समेत लूटी गई रकम में से 12 हजार तीन सौ रुपये बरामद किए हैं। वहीं निर्मल, करनवीर व राजू की पुलिस तलाश कर रही है।
एसएसपी ने बताया कि घटना का वर्कआउट करने वाली एसओजी टीम प्रभारी एसआइ धर्वेंद्र सिंह के अलावा हेड कांस्टेबल सचिन कुमार झा, हेड कांस्टेबल विपिन कुमार, शराफत हुसैन, मुकेश कुमार, लोकेंद्र कुमार, सचिन कुमार के अलावा कांस्टेबल भूपेंद्र, आजाद, अरविंद कसाना, मनीश कुमार समेत सदर कोतवाल विजेंद्र कुमार की टीम को नकद पुरस्कार दिया गया है।