बरेली जनमत। थाना क्षेत्र के रम्पुरा माफी में हिस्ट्रीशीटर बाबू खां की उसके ही दोस्त एहसान ने अपने घर के सामने दिन में ही चाकू से गोदकर हत्या कर दी। वारदात से पहले आरोपी एहसान बाबू को कंधे पर हाथ रखकर अपने घर के सामने ले गया और हत्या कर परिजनों समेत भाग गया। घटनास्थल पर अधिकारियों ने निरीक्षण किया और फॉरेंसिक टीम ने सबूत जुटाए। हत्या की वजह पर संशय है, आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही सच सामने आ सकेगा। 45 वर्षीय बाबू खां शनिवार को गांव के ही इसराइल उर्फ छुटका के निर्माणाधीन मकान पर ईंट-गारा ढोने की मजदूरी कर रहा था। सुबह दस बजे गांव निवासी एहसान खां उसके पास आया और उससे बातचीत करने लगा।
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि 52 वर्षीय एहसान ने बाबू के कंधे पर हाथ रखा और उसे अपने साथ ले गया। निर्माणाधीन मकान से पचास मीटर दूरी पर एहसान खां ने अपने घर के सामने बाबू पर चाकू से ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिए। उस वक्त घटनास्थल पर एहसान खां का बेटा फैजान व बेटी सरोज खड़े थे। मकान पर काम कर रहे राज मिस्त्री व मजदूरों ने शोर मचाया तो एहसान के साथ उसके बेटे व बेटी भी भाग गए। सूचना पर आए परिजन बाबू को उठाकर तत्काल पास ही स्थित मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया। प्रभारी निरीक्षक प्रवीन सोलंकी मेडिकल कॉलेज पहुंचे और पंचायतनामा के बाद शव सीलकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। तहेरे भाई मुशीर खां की तहरीर पर पुलिस ने एहसान खां, फैजान खां व सरोज के खिलाफ हत्या की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।
मृतक बाबू खां भोजीपुरा थाने का हिस्ट्रीशीटर था। आरोपी एहसान भी अपराधी प्रवृत्ति का है। दोनों आपस में दोस्त बताए जा रहे हैं, जिन्होंने एक साथ कई घटनाएं की थीं। अचानक ऐसा क्या हुआ जो बाबू की हत्या कर दी, ये मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा। – मुकेश चंद्र मिश्रा, एसपी उत्तरी