बदायूॅं जनमत। देर शाम माॅं-बेटी ने संदिग्ध परिस्थितियों में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जिससे जिले में हड़कंप मच गया। बिल्सी थाना क्षेत्र के बैरमई बुजुर्ग गांव में सोमवार रात कुसुम (52) और उसकी बेटी मोनी (15) का शव साड़ी के फंदे से लटका मिला। दोनों मां-बेटी घर पर अकेली थी। मोहल्ले वालों के मुताबिक, तीन दिन पहले महिला का बड़ा बेटा पड़ोस की नाबालिग लड़की को ले गया था। इस संबंध में महिला के छोटे बेटे के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज थी, तब से महिला का छोटा बेटा भी लापता है। रविवार को उसका पति भी कहीं चला गया। कुसुम पत्नी राधेश्याम उर्फ नेकसू की तीन बेटियां और दो बेटे हैं। दो बेटियों की शादी हो चुकी है। मोनी उसकी सबसे छोटी बेटी थी। तीन नवंबर को उसका बड़ा बेटा विशाल पड़ोस में रहने वाली एक नाबालिग लड़की को ले गया था। लड़की के परिजनों का कहना था कि लड़की अपने घर से 90 हजार रुपये और सोने के कुंडल व पाजेब भी ले गई थी। इस संबंध में किशोरी के पिता ने विशाल के साथ-साथ महिला के छोटे बेटे अंकित के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई थी, तब से महिला का परिवार तितर-बितर हो गया था।
एफआईआर दर्ज होने के बाद अंकित भी लापता हो गया था तो रविवार से राधेश्याम का भी पता नहीं चल रहा था। चर्चा है कि इसके बाद कुसुम काफी परेशान थी। रात तक दोनों के घर से निकलने पर आसपास के लोगों ने घर में झांककर देखा तो दोनों के शव फंदे से लटकेथे। इसकी सूचना पर सीओ चंद्रपाल सिंह और इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सिपाहियों की मदद से दोनों मां-बेटी के शवों को फंदे से उतरवाया। पुलिस ने दोनों के शव पोस्टमार्टम हाउस की मोर्चरी में रखवा दिए हैं। पुलिस दोनों की मौत को आत्महत्या मान रही है।
एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने बताया कि मां-बेटी दोनों ने आत्महत्या की है। महिला का बेटा एक नाबालिग लड़की को ले गया है। उसके और उसके भाई के खिलाफ एफआईआर दर्ज है। मां-बेटी ने आत्महत्या क्यों की, इसका पता लगाया जा रहा है।
