बदायूॅं जनमत। मालवीय आवास गृह पर जनहित सत्याग्रह मोर्चा, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, राष्ट्रीय दलित पिछड़ा अल्पसंख्यक फेडरेशन एवं प्राइवेट टीचर एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में पदाधिकारीयों ने एकत्रित होकर काकोरी के शहीदों की याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया।
सभा की अध्यक्षता फूल बानो ने की उपस्थित पदाधिकारीयों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जनहित सत्याग्रह मोर्चा के अध्यक्ष प्रेमपाल सिंह ने कहा कि शहीदों की कुर्बानियां ही है जो हमें आजाद देश का आजाद नागरिक होने का एहसास करती है। मोर्चा के महामंत्री चरन सिंह यादव ने कहा कि शहीदों के पद चिन्हों पर चलकर हमें अपने मौलिक अधिकारों के लिए संघर्ष करना चाहिए। संरक्षक ओंकार सिंह ने कहा कि अशफाक और बिस्मिल की शहादत भारत में हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल है। इन्होंने देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। राष्ट्रीय दलित पिछड़ा अल्पसंख्यक फेडरेशन के अध्यक्ष इंजीनियर हर्षवर्धन ने कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास का बड़ा ऐतिहासिक दिन है। इसी दिन काकोरी के शहीदों को फांसी दी गई और हम शहीदों की शहादत को कभी नहीं भूला सकते। सभा को सत्यपाल शाक्य, रामचंद्र, प्रेमपाल सिंह, मुन्नालाल आदि ने भी संबोधित किया।
सभा में डॉ सतीश, प्रेमपाल सिंह, चरण सिंह, हर्षवर्धन, सत्यवीर सिंह, मोहम्मद मियां अंसारी, ओंकार सिंह, रामचंद्र मौर्य, रामदयाल, सुरेंद्र सिंह, सत्यवीर सिंह, राकेश जौहरी, बृजभान सिंह आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सतीश ने किया।