बदायूॅं जनमत। मशहूर शायर पुत्तन खान फहमी की यादें कस्बा सैदपुर से भी जुड़ी हैं। शायर के साथ साथ वह एक अच्छे अध्यापक भी थे। उन्होंने सैदपुर के नूरी रजा मेमोरियल कालेज में वर्ष 2000 से 2002 तक सहायक अध्यापक के तौर पर सेवा दी। उन्हें उर्दू, अंग्रेजी के साथ विज्ञान और गणित में महारत हासिल थी। हाल यह था बिना किताब के ही सवालाें को हल कर देते थे। उनके इंतकाल पर स्टाफ ने शोक व्यक्त किया है। कालेज के प्रधानाचार्य एसएच कुरैशी ने कहा उस समय स्कूल में वह पुत्तन सर मैथ वाले सर के नाम से पहचाने जाते थे। उस समय स्कूल में कोई नहीं जानता था सर को शायरी का भी शौक है। वह जिद्दी भी बहुत थे। उस समय वह बिसौली से सिर्फ दो विषय पढ़ाने के लिए सैदपुर आते थे। इस दौरान फिरोज खां, इकरार हुसैन, अनूप सक्सेना, सुमन, अफरीन, अब्दुल वाहिद आदि मौजूद रहे।