बदायूँ जनमत। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत देश के 75वें व प्रदेश के 6वें प्रधानमंत्री दिव्यांशा केन्द्र का उद्घाटन राजकीय मेडिकल कॉलेज में केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा द्वारा फीता काटकर किया गया। उन्होंने कहा कि बदायूं में इस केंद्र की स्थापना से क्षेत्र के दिव्यांगजनों तथा वरिष्ठ नागरिकों को अब स्थानीय स्तर पर ही सहायक उपकरणों की सुविधा सहायता प्राप्त होगी।
केन्द्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने कहा कि प्रदेश में जनपद गोरखपुर, कानपुर, लखनऊ, नोएडा व चित्रकूट में प्रधानमंत्री दिव्यांश केंद्र संचालित हैं। मंगलवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज में देश का 75वां व प्रदेश का 6वां प्रधानमंत्री दिव्यांश केंद्र खोला गया है, इसका सीधा लाभ दिव्यांगजनों व वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 से पहले दिव्यांगजनों को सात प्रकार की दिव्यांगता के लिए प्रमाण पत्र मिलते थे लेकिन केंद्र सरकार के प्रयास से अब इसको बढ़कर 21 कर दिया गया है और अब दिव्यांगजनों को 21 प्रकार की दिव्यांगता के लिए प्रमाण पत्र मिलते हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने दिव्यांगजनों के लिए सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए आरक्षण को 03 प्रतिशत से बढ़ाकर 05 प्रतिशत किया है। उन्होंने बताया कि यह केन्द्र विशेष रूप से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय सरकार की एडिप योजना तथा राष्ट्रीय वयोश्री योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर, वैसाखी, श्रवण यंत्र, दृष्टि बाधित हेतु सुगम्य केन, छड़ी, वॉकर, कमोड चेयर, नी-ब्रेस, सैबेल्ट, केलिपर्स, श्रवण मूल्यांकन जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराता है।
31.89 लाख में 1327 सहायक उपकरण होंगे वितरित…
उद्घाटन कार्यक्रम के अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री द्वारा एडिप और राष्ट्रीय वयोश्री योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरण वितरित किए गए। इन पूर्व चिन्हित लाभार्थियों को एलिम्को द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग आयोजित परीक्षण शिविरों में चिन्हित किया गया, जिसमे कुल 277 लाभार्थी हैं। जिसमे 70 दिव्यांगजन तथा 207 बुजुर्ग नागरिकों को 1327 सहायक उपकरण वितरित किये जाएंगे जिनकी लागत 31.89 लाख रुपये है।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता, सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता, बिल्सी विधायक हरीश शाक्य, जिला पंचायत अध्यक्ष वर्षा यादव, मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार व अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी व बड़ी संख्या में दिव्यांगजन व वरिष्ठ नागरिक मौजूद रहे।