बदायूँ जनमत। सैदपुर की ईदगाह के पूर्व पेशे इमाम मौलाना शाने आलम खांन के बालिद (पिता) इकबाल खान (68) की सीढ़ियों से गिरने के कारण मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर में हुई। घायल होने पर उन्हें 12 सितंबर को भर्ती कराया गया था।
कस्बा सैदपुर के मोहल्ला खांची निवासी इकबाल खान अपने घर में छत की सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे कि अचानक पैर फिसलने पर वह गिर कर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल अवस्था में परिवार वाले उनको एम्स ट्रामा सेंटर दिल्ली ले गए। इससे पहले 9 वर्ष पूर्व 2013 में इनका दिल्ली में रोड एक्सीडेंट हो गया था और इसी हॉस्पिटल में इनका कई साल तक इलाज हुआ।
12 सितंबर को भर्ती कराने पर एमएलसी इस वजह से पुराने पेपर पर दर्ज हो गई और 30 सितंबर को उनकी मृत्यु हो गई। सीलमपुर थाना दिल्ली को अस्पताल ने सूचना दर्ज करा दी, पुरानी यूएच आईडी पर केस दर्ज होने की वजह से यूपी और दिल्ली पुलिस के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। दिल्ली पुलिस घटना क्षेत्र बदायूं यूपी का होने की वजह से शव को परिवार वालों को सौंपने के लिए तैयार नहीं थी।
इस विवाद के चलते 24 घंटे तक परिवार वालों को शव नहीं सौंपा जा सका, इसके पश्चात बिसौली एसडीएम ज्योति शर्मा ने इंस्पेक्टर वजीरगंज धनंजय पांडे से लिखित इत्तेफाका दर्ज करवा के एम्स के डायरेक्टर को अपनी संस्तुति के साथ भेज कर संपर्क साध कर परिजनों को शव वगैर पोस्टमार्टम के सुपुर्द करवाया।
जोहर की नमाज के बाद उनके पुत्र मौलाना शाने आलम खान ने नमाजे जनाजा पढ़ाई इसके बाद उनके पैतृक कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द ए खाक किया गया।
इस मौके पर पूर्व चेयरमैन इशरत अली खान, समाजसेवी अनवर अली खान, शोएब शहंशाह, चेयरमैन पति विकार अहमद खान, एजाज खान सहित भारी संख्या में लोगों ने खिराजे अकीदत पेश की।