बदायूँ जनमत। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार प्रभारी निरीक्षक दातागंज सौरभ सिंह के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस द्वारा दातागंज क्षेत्र के ग्राम लहडौरा में हुये दम्पत्ति हत्याकांड के प्रकाश में आये अभियुक्त उदयवीर पुत्र कन्हई सिंह निवासी ग्राम लहडौरा को गिरफ्तार किया गया। वहीं अभियुक्त की निशादेही पर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाडी, नल का हत्था व घटना के समय अभियुक्त के द्वारा पहनी गयी शर्ट जिस पर खून के धब्बे थे बरामद किये गये हैं।
कोतवाली दातागंज पर कन्हई सिंह पुत्र जंगीसिंह निवासी ग्राम लहडौरा थाना दातागंज के द्वारा लिखित सूचना दी गयी कि 14/15.12.22 को मेरा लड़का सोमवीर व उसकी पत्नी खुशबू जोकि घर के बरामदे में सो रहे थे और दूसरा लडका उदयवीर भी उसी घर में अन्दर के कमरे मे लेटा था।सुबह करीब 05.30 बजे जब हम घर आये तो घर का दरवाजा खुला हुआ था तो बरामदे में चारपाई से नीचे जमीन पर सोमवीर व उसकी पत्नी खुशबू मरी पडी थी। उदयवीर अन्दर कमरे में बन्द था कमरे का ताला लगा हुआ था और चाबी आँगन में पड़ी हुयी थी उदयवीर को बाहर निकालने पर उसने बताया कि अमर सिंह व उसके लड़के सत्येन्द्र ने दो तीन अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलकर मेरे बेटे व बहू को सरिया से पीट पीटकर मार डाला। इस सूचना पर मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना प्रभारी निरीक्षक दातागंज सौरभ सिंह द्वारा प्रारंभ की गयी तथा मौके पर पहुँचकर पुलिस व फारेन्सिक टीम द्वारा घटना स्थल का गहराई से निरीक्षण किया गया। तो मौके पर मिले साक्ष्यों से घटना के चस्मदीद गवाह उदयवीर द्वारा बताया गया पूरा घटना क्रम झूठा पाया गया। इस सम्बन्ध में और अधिक गहराई से विवेचना करने पर यह तथ्य प्रकाश में आये कि वादी मुकदमा कन्हई सिंह के कुल पाँच पुत्र थे जिनमें से तीन पुत्र विवाहित, एक अविवाहित व मृतक सोमवीर की शादी एक डेढ साल पहले ही हुयी है। उदयवीर को यह लगता था कि सोमवीर अविवाहित रहेगा और उसका व ओमवीर का हिस्सा भी उनके बाद उदयवीर के नाम आ जायेगा। परन्तु सोमवीर के शादी कर लेने व उसकी पत्नी के गर्भवती हो जाने के बाद से उदयवीर काफी खफा रहने लगा। मृतक सोमवीर के पिता के नाम करीब 40 वीघा जमीन व एक प्लॉट कस्बा फरीदपुर बरेली में भी था। कन्हई सिंह ने अपने बड़े पुत्र बुधपाल को करीब 7 वीघा व दूसरे पुत्र धर्मवीर को 4 वीघा जमीन दे दी थी, तथा उदयवीर को मात्र फरीदपुर में एक प्लॉट ही दिया था जबकि मृतक सोमवीर के नाम 6.5 वीघा जमीन का अलग से बैनामा भी करा लिया था। जिससे उदयवीर काफी रुष्ठ था। कन्हई सिंह की वाकि जमीनों की देखरेख का जिम्मा भी सोमवीर के पास ही था। अभियुक्त उदयवीर ने अपने भाई सोमवीर व अपने पिता कन्हई से अपनी खेती का हिस्सा माँगा तो सोमवीर ने हिस्सा देने से साफ मना कर दिया तथा उदयवीर को काफी खरी खोटी सुनायी। इसके अलावा सोमवीर ने अपनी पत्नी खुशबू के कहने पर अपनी जमीन का कुछ हिस्सा बेचकर टैक्टर का लोन चुका दिया तो जमीन बिकने के कारण उदयवीर गुस्से के मारे तिलमिला गया और उसने सोमवीर व खुशबू को ठिकाने लगाने की योजना बनायी। इस योजना के तहत दिनांक 12.12.22 को उदयवीर फरीदपुर से लहडौरा आकर अपने भाई व भाभी को ठिकाने लगाने का मौका ढूढंना शुरु कर दिया। दिनांक 14/15-12.22 की रात्रि को समय़ करीब तीन बजे के आसपास घर मे रखे नल के हत्थे व कुल्हाडी की सहायता से सोमवीर व उसकी पत्नी के सिर पर ताबड़तोड़ प्रहार कर उनकी निर्मम हत्या कर दी।तथा खुद को बचाने के उद्देश्य से बरामदे में बने कमरे के गेट में बाहर से ताला लगाकर खिड़की के रास्ते कमरे में घुसकर बैठ गया। वहीं से 112 नम्बर पर फोन कर पहले अमर सिंह पुत्र जंगीसिह व सत्येन्द्र पुत्र अमरसिंह जोकि इसके संगे चाचा व चचेरे भाई थे व दो तीन अज्ञात लोगों द्वारा घर में घुसकर मारपीट करने व बाद में सोमवीर व खुशबू की हत्या करने की सूचना दी। विधिवत साक्ष्य संकलन के पश्चात अभियुक्त उदयवीर पुत्र कन्हई सिंह को मुखबिर की निशादेही पर कमां समरेर रोड से गिरफ्तार किया गया। इस निर्मम हत्या काँड का कारण मृतक द्वारा अभि0 को पैतृक जमीनों मेंं हिस्सा न देना तथा अभियुक्त की इच्छा के विरुद्द शादी कर लेना तथा मृतका द्वारा वारिस को जन्म देने का प्रयास करना पाया गया। अभियुक्त की निशादेही पर घटना मे प्रयुक्त आलाकत्ल एक अदद नल का लोहे का हत्था, एक अदद कुल्हाडी, घटना के समय अभियुक्त द्वारा पहनी हुयी रक्त रंजित शर्ट बरामद की गयी।