बदायूँ जनमत। जिला अधिकारी मनोज कुमार ने ग्राम कुरखेड़ा की गौशाला का आकस्मिक निरीक्षण किया तो वह देखकर दंग रह गए। 149 गोवंशो के सापेक्ष 66 गोवंश ही मौके पर पाए गए। 119 गोवंशो के भरण पोषण हेतु डिमांड कर लगभग साढ़े तीन लाख रुपए फर्जी तरीके से हड़प कर लिए गए। इन्ही तमाम अनियमितताओं को देखते हुए डीएम खफा हो गए। उन्होंने मौके पर ही पंचायत सचिव राज नारायण को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने तथा ग्राम प्रधान रामश्री की पावर सीज करने के निर्देश देते हुए दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की हिदायत दी है।
शनिवार को दातागंज तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस की समाप्ति के बाद जिलाधिकारी अपने प्रशासनिक अमले के साथ ग्राम कुरखेड़ा स्थित वृहद गोवंश आश्रय स्थल पहुंचे। मौके पर उन्होंने पाया कि यहां तो अनियमितताओं के नाम पर व्यवस्थाओं का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। फर्जी डिमांड कर धनराशि गबन कर ली गई है। उन्होंने गोवंश आश्रय स्थल के चारों संरक्षको की तत्काल प्रभाव से सेवाएं समाप्त कर दी है। यहां चारे के नाम पर गोवंशों को बिना दाने का भूसा खिलाया जा रहा है। गौशाला में 5 किलो वाट का सोलर प्लांट भी लगा हुआ है परंतु वह भी भलीभांति कार्य नहीं कर रहा है, जिससे मोटर न चलने से गोवंशो के पेयजल की समस्या बनी हुई है। परिसर ऊंचा करने के लिए डीएम ने मिट्टी डलवाने के निर्देश दिए हैं, जिससे बरसात के दिनों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो सके। उन्होंने पाया कि गोवंशों को सर्दी से बचाने के लिए टीनशेड के चारों ओर त्रिपाल भी नहीं लगाए गए हैं। इसके अलावा पेयजल की समुचित व्यवस्था भी नहीं है, यहां चारे की उपलब्धता भी सही नहीं पाई गई। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि उपजिलाधिकारी दातागंज धर्मेन्द्र कुमार सिंह एवं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 निरंकार सिंह संयुक्त रूप से इस गौवंश आश्रय स्थल की तमाम अव्यवस्थाओं को दूर कराकर व्यवस्थाएं चाकचौबंद कराएं। उन्होंने कहा कि धार्मिक रूप से भोजन के समय पहली रोटी गाय को दान की जाती है यहां तो गोवंशो के नाम पर ही धोखाधड़ी की जा रही है। यह घोर पाप होने के साथ ही घोर अपराध भी है। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सिद्धार्थ वर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा, जिला विकास अधिकारी राम सागर यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।