बदायूँ जनमत। बदायूं डिपो की एक रोजवेज बस में एक 25 साल के युवक की मौत हो गई। वह मां से मिलने के लिए बदायूं जा रहा था। युवक का पहचान मुरादाबाद के रहने वाले निजामुद्दीन के तौर पर हुई है। वह मुरादाबाद से बस में सवार हुआ। पीछे जाकर खिड़की वाली सीट पर बैठ गया। कब उसकी मौत हो गई? यह किसी को पता ही नहीं चला। आसपास बैठी सवारियों को लगा कि वह सो रहा है। जब बस बदायूं पहुंची तो उसकी मौत का पता चला।
दरअसल, बदायूं में बस पूरी खाली हो गई। कंडक्टर ने देखा कि सबसे पीछे की सीट पर बैठा युवक नहीं उतरा है। वह वहां पहुंचा तो देखा कि युवक अचेत था और खिड़की से उसकी गर्दन सटी हुई थी। उसने पानी के छींटे दिए। लेकिन, कोई रिस्पांस नहीं हुआ। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की तो युवक की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवाकर परिवार को सूचना दी।
पुलिस ने बताया कि मृतक निजामुद्दीन मुरादाबाद के कटघर थाने के पीतलनगरी का रहने वाला था। वह सोमवार दोपहर को करीब 2.30 बजे बदायूं के लिए बस पर एक थैला लेकर सवार हुआ था। थैला सबसे पीछे की सीट पर रखने के बाद खिड़की किनारे बैठ गया। कंडक्टर से बदायूं का टिकट लिया। इसके बाद रास्ते भर सवारियां चढ़ती-उतरती रहीं, किसी को उसकी मौत का पता ही नहीं चला। देर शाम बदायूं डिपो पर आकर खड़ी हुई, तब उसकी मौत का पता चला।
पुलिस ने शव कब्जे में लेने के साथ ही युवक की जेब और थैले की जांच की। उससे उसकी पहचान से जुड़े कार्ड कागज मिले। इसके बाद, मुरादाबाद में परिवार को सूचना दी गई। मृतक के परिजनों ने बताया कि युवक की मां की तबीयत ठीक नहीं है। वह छोटे सरकार की दरगाह पर रहकर अपना इलाज यानी झाड़-फूंक करा रही हैं। उन्हीं से मिलने निजामुद्दीन बदायूं जा रहा था। उसकी मां दो महीने से दरगाह में हैं। निजामुद्दीन का दो महीने पहले पथरी का ऑपरेशन हुआ था। जब घर से जा रहा था तब हल्की सर्दी-खांसी थी। बाकी, उसको कोई बीमारी नहीं थी। रास्ते में कैसे मौत हुई है अभी पता नहीं है।
युवक की मौत कैसे हुई इसको लेकर पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है। एसएचओ राजेश कुमार ने बताया पीएम रिपोर्ट से ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि शव को देखने से युवक की मौत का कारण हार्टअटैक ही लग रहा है। ठंड के कारण भी मौत होने की आशंका है। हालांकि, जब तक पीएम रिपोर्ट नहीं आ जाती है तब तक सही कारण का पता लगा पाना मुश्किल है।