बदायूँ जनमत। डीएम ने संबधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि 5635 अवशेष निराश्रित गोवंशो को जल्द से जल्द संरक्षित करें। सभी को बचाव के लिए शेड चारा, पानी, भूसा आदि की पूर्ण व्यवस्था हो। बृहद गौ-संरक्षण केंद्र कादरचौक एवं नूरपुर पिनौनी को पूर्ण करा कर, उसमें गोवंश संरक्षित किए जाए। गौशालाओं की मनरेगा से फेंसिंग का कार्य कराया जाए।
बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में जिलाधिकारी मनोज कुमार की अध्यक्षता में मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 निरंकार सिंह से साथ निराश्रित गौवंशो को संरक्षित किए जाने, संचालित गौशालाओं में गौवंशों को हरा चारा उपलब्ध कराए जाने, निर्माणाधीन चल रहे गौशालाओं का शीघ्र निर्माण कार्य पूर्ण किए जाने आदि की समीक्षा बैठक समस्त उप जिलाधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी आदि संबंधित अधिकारियों के साथ आयोजित की। जिलाधिकारी ने समस्त संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त संचालित गौशालाओं में गोवंशो को हरा चारा उपलब्ध कराया जाए, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, उन्होंने कहा कि चारागाह की भूमि पर घास अवश्य तैयार की जाए। जहां पर भूमि अभी चिन्हित नहीं हुई है वहां पर शीघ्र कार्यवाही पूर्ण की जाए। समस्त गौशालाओं में गोवंशो को ठंड से बचाने हेतु आवश्यक प्रबंध अवश्य किए जाए।
डीएम ने निर्देश दिए कि जो निर्माणाधीन गौशालाएं है उन्हें शीघ्र पूर्ण कर उनमें निराश्रित गोवंश को संरक्षित किया जाए तथा कहीं भी आवारा गोवंश घूमता न मिले इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि समस्त संबंधित अधिकारीगण अपने-अपने क्षेत्रों के गौशालाओं का नियमित निरीक्षण करें। गौशालाओं में संपूर्ण व्यवस्थाओं को दुरस्त कराएं कहीं भी गौशाला में गंदगी न मिले। जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि क्षेत्रों में घूम रहे निराश्रित गोवंशो को गौशालाओं में संरक्षित करें तथा उनके लिए हरा चारा, छाया, पानी, भूसा आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।