बदायूँ जनमत। जिले के थाना उसहैत पर चार वर्षों से अधिक समय से तैनात सिपाहियों से यहां की जनता परेशान हो चुकी है। बड़े अफसर पुलिस और जनता के बीच बनी खाई को पाटने में प्रयासरत रहते हैं, तो लंबे अरसे से टिके ये सिपाही बर्दी का रौब दिखाने के चक्कर में उस खाई को और गहरा कर देते हैं।
ऐसे ही कुछ मामले इन दिनों कस्बा उसहैत में देखने को मिल रहे हैं। थाना उसहैत में चार साल से अधिक समय से टिके सिपाहियों का स्थानांतरण होने के बावजूद उनकी रवानगी नहीं की जाती है। जो काफी प्रश्नचिन्ह खड़े करता है। विभाग में सांठगांठ होने पर यह सिपाही बर्दी का रौब भी जमकर दिखाते हैं।
इन दिनों कस्बा उसहैत में बारातों में देर रात तक बैंडबाजे, डीजे और आतिशबाजी छोड़ी जाती है। इससे थाने पर तैनात किसी सिपाही को कोई आपत्ति नहीं होती है। वहीं कल वृहस्पतिवार की रात उसहैत के वार्ड संख्या 10 में चालीसवें का मिलाद होता है तो एक सिपाही को बेचैनी हो उठती है। शक्ति नाम का सिपाही रात में मिलाद के साउंड को बंद कराने पहुंचता है। वहां मौजूद लोग उसे काफी समझाते है लेकिन वह नहीं मानता है। चर्चा है कि साउंड बंद कराने के बाद ही कस्बे पर तैनात सिपाही शक्ति वहां से हटता है।
बता दें कि कुछ दिन पहले थाना उसावां में शक्ति का स्थानांतरण हुआ है लेकिन अभी तक उसकी रवानगी नहीं हुई है। इससे पहले उसका ट्रांसफर हजरतपुर भी हो चुका था। इसको लेकर थाने के सामने भाकियू धरना प्रदर्शन भी कर चुकी है।