बदायूॅं जनमत। शहर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम के दौरान पुलिस ने भाजपा के बागी नेताओं को उनके घर में नजरबंद करा दिया। रविवार सुबह से ही उनके घर पर पुलिस तैनात कर दी गई। जब तक मुख्यमंत्री की जनसभा नहीं हो गई। तब तक बागियों को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई।
भाजपा ने विगत चार मई को जिले के 12 कार्यकर्ताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। साथ ही आदेश जारी किया था कि छह साल तक पार्टी से चुनाव लड़ना तो दूर यह बागी भाजपा में शामिल तक नहीं हो सकते। दरअसल ये बागी नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए भाजपा से टिकट मांग रहे थे लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। उनकी नगर पालिका या नगर पंचायत में दूसरे प्रत्याशियों को टिकट दे दिया गया।
बता दें भाजपा से टिकट न मिलने से बागी नाराज हो गए और प्रत्याशियों के साथ पार्टी के विरोध में उतर आए। कुछ बागियों ने अपने-अपने बयान भी जारी किए थे। इन तमाम चीजों को देखते हुए आज रविवार को आयोजित मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर सुबह से बागियों को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया। उनके घरों पर पुलिस तैनात कर दी गई। मुख्यमंत्री के आगमन से लेकर प्रस्थान तक बागियों को उनके घर से बाहर नहीं निकलने दिया।
इन बागियों को किया गया नजरबंद…
पुलिस ने नगर पालिका परिषद बिसौली से निर्दलीय प्रत्याशी अशोक वार्ष्णेय, मोहित गुप्ता (मोनू महाजन), नगर पंचायत उसावां से प्रत्याशी प्रियंका चौहान, मनोज कुमार गुप्ता, नगर पंचायत वजीरगंज निवासी शंकुतला वार्ष्णेय, उनके पति राहुल वार्ष्णेय, मंडल महामंत्री संजय गुप्ता, नगर पंचायत गुलड़िया से निर्दलीय प्रत्याशी प्रतिभा पटेल, पूर्व मंडल अध्यक्ष सुरजीत सिंह, नगर पंचायत कछला से निर्दलीय प्रत्याशी व बूथ अध्यक्ष दिनेश लौनिया, किशन पाल कश्यप, प्रत्याशी मुकेश कश्यप आदि को नजरबंद किया गया।