बदायूॅं जनमत। सदर तहसील के सिस्टम से परेशान होकर तहसील परिसर में जहर खाने वाले बुजुर्ग की बरेली में इलाज के दौरान गुरुवार की आधी रात को मौत हो गई। बुजुर्ग ने जहर खाने के बाद तहसील के स्टाफ पर उनकी गुहार न सुनने का आरोप भी लगाया था। उनकी मौत के साथ ही अब इस मामले में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। परिजनों ने थाना सिविल लाइंस इलाके के गांव नगला शर्की निवासी रूम सिंह (71) ने गुरुवार को तहसील परिसर में जहर खा लिया था। हालत बिगड़ने पर तहसीलदार समेत स्टाफ के लोग उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। ऐसे में परिवार के लोग उन्हें बरेली के अस्पताल ले गए और भर्ती करवा दिया था।
इधर, आधी रात को तकरीबन दो बजे रूम सिंह ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि स्थानीय अफसरों को इसकी जानकारी हुई तो अंदरखाने प्रशासन में भी खलबली मची हुई है। रूम सिंह ने लगभग सात साल पहले अपने भतीजे से एक जमीन का इकरारनामा कराया था।
आरोप है कि बाद में उसने इसी जमीन को शहर निवासी संजय रस्तोगी के नाम बैनामा कर दिया। तभी से रूम सिंह ने जहां सिविल कोर्ट में वाद दायर किया, वहीं संजय के नाम जमीन का दाखिल खारिज होने का विरोध करते हुए तहसील में भी शिकायत की। उस शिकायत की वह पैरवी कर रहे थे लेकिन तहसील के जिम्मेदार उनकी नहीं सुन रहे थे।
उधर शव को परिजनों ने बरेली-आगरा हाइवे पर जवाहरपुरी पुलिस चौकी के सामने रखकर 5 घंटे से जाम लगा दिया है। पुलिस व पीएसी मौके पर है। परिजन तहसील कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमे की मांग पर अड़े हैं। रुट डायवर्जन किया गया है।