नशा कई पीढ़ियों को कर देता है बर्बाद : सुनील सिंह

स्वास्थ्य

बदायूॅं जनमत। समाज को नशामुक्ति का संदेश देने के लिए फिरोजाबाद जिले के गांव फरीदा निवासी अनिल कुमार चार धाम और 12 ज्योतिर्लिंग की पैदल यात्रा कर रहे हैं। 11 अप्रैल को द्वारिका के नागेश्वर ज्योतिर्लिंग धाम से शुरू हुई उनकी यात्रा का पड़ाव नगर में हुआ तो उनका भव्य स्वागत किया गया। यहां से वे उत्तराखंड स्थित बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना हो गए। यात्रा का समापन 22 अगस्त को मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि पर होगा।
बिसौली के मदन लाल इंटर कालेज के मैदान में आयोजित कार्यक्रम में आबकारी विभाग और शिक्षकों ने अनिल का भव्य स्वागत किया। मंच से छात्र छात्राओं को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई। आबकारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने कहा कि नशा कई पीढ़ियों को बर्बाद कर देता है। प्रधानाचार्य डा. नरेंद्र पाल सिंह ने कहा कि आज हम सभी को नशामुक्ति के साथ साथ समाज को भी जागरूक करने का संकल्प लेना चाहिए। कार्यक्रम में चमन सिंह, रतीन्द्र कुमार, शैलेंद्र सिंह, संदीप, अफजाल खान, शशिभाष्कर शर्मा आदि मौजूद रहे। यहां बता दें कि अनिल पर्वतारोही को शुरू से ही अलग हटकर करने का शौक है। वह वर्ष 2019 में अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर विश्व का सबसे बड़ा तिरंगा फहराकर विश्व रिकार्ड बना चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्वतारोही होने के साथ ही वह धावक भी हैं। युवा होते हुए भी वह नशे के बड़े विरोधी है। युवा और आने वाली पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए ही उन्होंने 8211 किलोमीटर की पदयात्रा मात्र 141 दिन में में पैदल पूरी करने का लक्ष्य लिया है। इस दौरान वह 12 राज्य और 102 जिलों से होकर गुजरेंगे। अब तक 10 राज्यों की यात्रा उनके द्वारा की जा चुकी है। वह प्रतिदिन औसतन 60 किलोमीटर चलते हैं। धूप हों या बारिश पदयात्रा जारी रहती है अनिल जहां भी जाते हैं वहां स्कूल कालेजों में कार्यक्रम आयोजित कर छात्र-छात्राओं को तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट, शराब, बीयर, भांग और अन्य प्रकार के नशे से होने वाले नुकसान के बारे में बताते हैं। उनसे नशा न करने का शपथ पत्र भरवाते हैं। अनिल पर्वतारोही विश्व के पहले व्यक्ति है जो 4 धाम 12 ज्योतिर्लिंग की पैदल यात्रा कर रहे है।   

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