बुजुर्ग डॉक्टर दंपति को घर में बंधक बनाकर लूट, पांच बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की वर्कऑउट‌ की मांग

अपराध

बदायूॅं जनमत। बुधवार शाम शहर की घनी आबादी वाले इलाके में लूट की वारदात हो गई। बुजुर्ग डॉक्टर दंपति को बंधक बनाकर पांच बदमाश वहां से 40 हजार कैश समेत सोने की चेन और कुंडल लूटकर ले गए। इस दौरान गैंग ने दंपति के हाथों पर टेपिंग करके उन्हें बंधक बना लिया। गनीमत रही कि दरवाजे पर आहट होने पर गैंग दूसरे गेट से भाग गया। मामले की जानकारी पर एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने घटनास्थल का मुआयना किया है। इस वारदात के बाद समूचे शहर में दहशत का माहौल कायम है।
सनसनीखेज वारदात शहर के व्यस्ततम चौराहों में शुमार लावेला चौक पर हुई। यहां रहने वाले डॉ. एसएन गोविल बरामदे में बैठे थे। जबकि उनकी पत्नी डॉ. मृदुला गोविल भीतर से चाय बनाकर ला रही थीं। मेनगेट खुला हुआ था। इस दौरान वहां पांच लोग आए और कहा कि दवा चाहिए। डाक्टर गोविल ने कहा कि वो इस वक्त ओपीडी नहीं करते हैं। इसी बीच इन पांचों ने दंपति पर काबू पा लिया और भीतर कमरे में उन्हें गिरा दिया। इतना ही नहीं टांग पकड़कर दोनों को घसीटते हुए भीतर कमरे में ले गए।
वहीं तमंचा दिखाकर दोनों के हाथों पर टेपिंग कर उन्हें बंधक बना लिया। डा. मृदुला के गले की चेन समेत कानों के कुंडल लूट लिए। साथ ही अलमारी खोलकर पर्स में रखे तकरीबन 40 हजार रुपये भी गैंग ने निकाल लिए। इस बीच दंपति को कुर्सी पर बैठा दिया गया। डॉ. मृदुला से यह भी कहा कि अगर शोर मचाया तो तेरे पति को मार देंगे।
डॉ. गोविल बदायूं क्लब के सदस्य भी हैं। शाम को मीटिंग के लिए शहर के वरिश्ठ अधिवक्ता तरित माथुर उन्हें लेने दरवाजे पर पहुंचे और गेट खटखटाया तो गैंग दूसरे दरवाजे से निकलकर भाग गया। इधर, डॉ. मृदुला ने बदमाशों को भागते हुए देखा तो कुछ देर बाद हिम्मत करके उठीं और गेट तक पहुंचीं। यहां गेट के कुंडे में ग्लूकोज की बोतल की पाइप बंधी हुई थी। उन्होंने अधिवक्ता को भीतर से घटनाक्रम बताया तो वे गेट खोलकर भीतर आए और पुलिस को सूचना दी।
डाक्टर दंपति के दो बेटे हैं। इनमें डॉ. गीतेश गोविल कार्डियोलाजिस्ट हैं और नोएडा के निजी अस्पताल में तैनात हैं। जबकि दूसरे बेटे मयंक गोविल टाटा मोटर्स में हैं और हरियाणा के गुड़गांव में जॉब करते हैं। जबकि गोविल दंपति घर में अकेले रहते हैं। डॉ. मृदुला गाइनालाजिस्ट हैं। एसपी सिटी ने बताया कि मामले की जांच जारी है। घटनाक्रम हुआ है और तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखा जाएगा।
डॉ. मृदुला ने बताया, ”ओपीडी बंद हो चुकी थी। शाम सात बजे का वक्त था। इसी बीच वह चाय बनाकर रसोई से ला रही थीं तो देखा कि पांच लोग डॉक्टर साहब को घसीटते हुए भीतर ड्राइंगरूम में ला रहे थे। उनके पास तमंचे थे। तमंचे तान दिए और कहा कि जल्दी अलमारी खोलो हमें रुपये लेने हैं। हमारी तुमसे कोई रंजिश नहीं है, कैश दे दो। फिर अलमारियां तोड़ने की बहुत कोशिश की। एक अलमारी खोलकर उसमें से 30-40 हजार रुपये कैश निकाल लिया। बाकी सामान मैंने देखा नहीं है। हमारे हाथों के टेप से बांध दिया था। हमारे वकील साहब आए तो भाग गए। बंधे हाथों से मैं बाहर आई और प्लास्टिक की नली से बंद किया दरवाजा खोला। पति पर बदमाशों ने तमंचा तान दिया था। बदमाशों की उम्र तकरीबन 25 से 35 साल की रही होगी।” पुलिस ने दंपति से पूछा कि क्या गैंग के सदस्य मास्क या नकाब लगाए थे तो उन्होंने इंकार कर दिया। इसके बाद महिला डॉक्टर ने पूरा घटनाक्रम एसपी सिटी को बताया। इसमें उन्हें स्पष्ट किया कि कहां उन्हें गिराया गया। किस तरह टांग पकड़कर घसीटते हुए गैंग भीतर ले गया और किस अंदाज में अचानक भाग निकला। पुलिस ने फिलहाल मामले की जांच शुरू कर दी है। इतना तो तय माना जा रहा है कि इस वारदात को अचानक नहीं बल्कि सुनयोजित ढंग से अंजाम दिया गया है। पूरी रैकी के बाद ही गैंग उनके घर में दाखिल हुआ था। अब पुलिस के रडार पर डॉक्टर की ओपीडी में तैनात स्टाफ से लेकर वो रुटीन के मरीज समेत तीमारदार हैं, जो पिछले कुछ दिन से उनके यहां दवा लेने आ रहे हैं। देर रात तक पुलिस आसपास इलाके के सीसीटीवी कैमरे खंगालती रही।
वहीं डॉक्टर दंपति से भी घटनाक्रम के बारे में पूछताछ के साथ ही यह सवाल भी करती रही कि पिछले दिनों से कोई ऐसा मरीज तो नहीं आ रहा जो संदिग्ध हो या फिर घर में रिपेयरिंग आदि तो नहीं कराई। क्योंकि पुलिस यह पक्का माने बैठी है कि हो न हो, इस वारदात को अंजाम देने वाला दंपति के संपर्क में पहले से था।

डॉक्टर दंपति के घर हुई वारदात के बाद शहर के प्रमुख चिकित्सक व व्यापारी उनके आवास पर जा पहुंचे। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बदायूं शाखा के पदाधिकारियों ने भी इस घटनाक्रम के वर्कआउट की मांग उठाई है। यहां देर रात डॉक्टर्स क्लब के अध्यक्ष व वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. सचिन गुप्ता, वरिष्ठ बाल रोग विशेशज्ञ डॉ. शरद गुप्ता के अलावा डॉ. एससी नौगरेया, डॉ. केके चौधरी सर्जन, डॉ. सुजोय सिंह, डॉ. शांतनु रेडियोलाजिस्ट, डॉ. अश्वनी कुमार आदि चिकित्सक यहां पहुंच गए। सभी ने घटनाक्रम के जल्द वर्कआउट की पुलिस अधिकारियों से मांग रखी।   

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