बदायूॅं जनमत। जिले की नगर पंचायत उसावां में आयोजित कार्यक्रम विकसित भारत संकल्प यात्रा में आंवला सांसद धर्मेन्द्र कश्यप द्वारा एक महिला लाभार्थी को आवास की चाबी सौंपते हुए पूछा गया कि आवास के बदले किसी ने रिश्वत तो नहीं ली, इसके जबाव में लाभार्थी ने कहा हां 30 हजार लिए हैं। इसका वीडियो तेजी से वायरल हो गया। जिससे प्रदेश सरकार की छवि धूमिल होने लगी। जिसके चलते अपर निदेशक सूडा आनंद कुमार शुक्ला ने कार्यवाही करते हुए जिला परियोजना अधिकारी देवेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है।
सूडान के अपर निदेशक ने जारी प्रेसनोट में कहा है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें जनपद बदायूँ में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के लाभार्थी द्वारा 30,000 की रिश्वत दिये जाने की बात कही गयी है। उक्त घटना का त्वरित संज्ञान लेते हुए निदेशक सूडा द्वारा परियोजना अधिकारी जिला नगरीय विकास अभिकरण बदायूं देवेश कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने हेतु उनके मूल विभाग ‘यूपी सहकारी ग्राम विकास बैंक’ के प्रबन्ध निदेशक को निर्देशित किया गया है। साथ ही उनको राज्य नगरीय विकास अभिकरण (सूडा) से तत्काल कार्यमुक्त करते हुए उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं।
वहीं जिला नगरीय विकास अभिकरण बदायूं में तैनात म्यूनिसिपल / सिविल इंजीनियर शिव कुमार को तत्काल प्रभाव से बर्खाश्त कर दिया गया है। इसके साथ ही जनपद में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग हेतु नामित संस्था मै0 सरयू बाबू इंजीनियर फॉर रिसोर्स डेवलपमेन्ट पर कठोर कार्यवाही करते हुए डिबार कर दिया गया है। इसके साथ ही निदेशक सूडा द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) में इस प्रकार की शिकायत किसी भी जनपद से संज्ञान में आती है तो सम्बन्धित अधिकारी, कर्मचारी तथा संस्था के विरूद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।