हुज़ूर ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ के 812 वें उर्स पर अकीदतमंदों ने कुल की रस्म अदा की

धार्मिक

बदायूॅं जनमत। सूफी संत हज़रत मोईनुद्दीन हसन चिश्ती ख्वाज़ा गरीब नवाज़ अजमेरी के सालाना उर्स के मौके पर जिले भर में अकीदतमंदों ने मस्जिदों और घरों में फातिहा खुआनी कर कुल की रस्म अदा की, साथ ही सलातो सलाम पेश किया।
गुरुवार को हुज़ूर सरकार ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ मोईनुद्दीन हसन चिश्ती अजमेरी रह• के 812 वें सालाना उर्स के मौके पर कस्बा सैदपुर, बिसौली, वजीरगंज, सहसवान, उसहैत में फात्हांख्वानी की गई। सैदपुर के मोहल्ला कुरैशियान नूरी चौक पर एक महफ़िल का आयोजन किया गया। जिसकी शुरुआत तिलावते कलामे इलाही से हाफिज रज़ा उल हसन ने की, साथ ही हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज़ की सीरत वयां की गई। नात व मनकत पेश की गई। इसके साथ ही हाफिज रिज़वान खालिदी ने तकरीर पेश करते हुए कहा ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती गरीब नवाज़ के दर पर जो भी जाता है, कभी खाली हाथ नहीं आता। उनकी दरगाह पर हर धर्म के लोग उर्स में शिरकत करते हैं। ख़्वाजा साहब ने तकरीबन 39 साल तक हिंदुस्तान में रहकर लोगों को रूहानी फैज दिया और यह सिलसिला आज भी जारी हैं।
कुल की रस्म अदा कर सलातो सलाम पेश किया गया। फात्हांख्वानी के बाद मुल्क व कौम की खुशहाली के लिए दुआ की गई। इसके साथ ही अकीदतमंदों ने मस्जिदों और घरों में महफिल सज़ा कर शीरीनी के तौर पर फल, हलवा, दलिया तस्कीन किया गया। इस मौके पर अंजुमन रज़ा ए मुस्तफा के सदर जाहिद हुसैन, जुनैद कुरैशी, फैजान कुरैशी, हाफिज अकरम अज़हरी, हाफिज नाहिद, सालिम कुरैशी आदि मौजूद रहे। इसके साथ ही नूरे इलाही मस्जिद में कारी नौशाद रज़ा ने तकरीर पेश की।   

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *