बदायूॅं जनमत। आतिशबाजी में धमाका होने से एक दो मंजिला मकान धराशायी हो गया। जिसमें महिला और तीन बच्चे मलबे में दब गए। धमाके से इलाके में दहशत फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू शुरू किया। सबसे पहले महिला और उसकी दो बेटियों को बाहर निकाला गया। तीनों को गंभीर हालत में अस्पताल भेजा गया। जेसीबी से मलबा हटाकर करीब आधे घंटे बाद तीसरे बच्चे को निकाला जा सका, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। उधर, अस्पताल में गंभीर घायल महिला ने भी दम तोड़ दिया है।
जानकारी के मुताबिक इस्लामनगर कस्बा निवासी अख्तर का सड़क किनारे दो मंजिला मकान था। वह मकान के बाहरी हिस्से में गोल्डनइवेंट नाम से दुकान चलाता था। बताया गया है कि दुकान में वह खुद ही आतिशबाजी बनाने का काम करता था। शादी पार्टियों में आतिशबाजी की बुकिंग करता है। सोमवार को अख्तर किसी काम से बाहर गया था। घर पर उसकी पत्नी सलामत बेगम, छह साल की बेटी अर्शी उर्फ अर्फी, चार वर्षीय बेटा तैमूर और तीन साल की बेटी तमन्ना थीं।
सोमवार दोपहर को करीब 2.30 बजे अचानक दुकान में रखी आतिशबाजी में धमाका हो गया। धमाका इतनी तेज था कि पूरा मकान पलभर में धराशायी हो गया। एक किमी तक धमाके की आवाज सुनी गई। छत के टुकड़े आसपास के घर में जाकर गिरे तो चीत्कार मच गया, जिससे दहशत फैल गई। मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी।
सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने बचाव कार्य शुरू किया। मलबा हटाने के लिए तीन जेसीबी लगाई गईं। सलामत बेगम, उसकी बेटी अर्शी और तमन्ना को मलबे से निकालकर अस्पताल भेजा गया। करीब आधे घंटे बाद मासूम तैमूर को निकाला जा सका, तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। उधर, अस्पताल में सलामत बेगम ने भी दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलते ही अख्तर और उसके पिता पहुंच गए। डीएम और एसएसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। जांच के निर्देश दिए गए हैं।