बदायूॅं जनमत। माहे रमज़ान के आखिरी अशरा में तरावीहों में कुरान ए पाक मुकम्मल होने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी सिलसिले में कस्बा उसहैत में भी मस्जिदों में कुरान मुकम्मल हुआ। उसहैत के वार्ड संख्या सात स्थित मस्जिद ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ में हाफिज सैयद मुकद्दिस ने और वार्ड संख्या आठ स्थित मस्जिद मदीना में हाफिज मुजफ्फर कादरी ने हर साल की तरह इस साल भी तरावीह में कुरान ए पाक सुनाया। माहे रमज़ान के 26 वें रोज़े को दोनों मस्जिदों में कुरान पाक मुकम्मल हुआ।
इस दौरान हम्द और नातो मनक़बत का दौर भी चला। मौलाना अकबर अली कादरी ने कुरान और नमाज़ पढ़ने व इन्हें अपनी ज़िन्दगी का हिस्सा बनाने का पैग़ाम दिया। वहीं आलिम नूर मोहम्मद तहसीनी ने मुसलमानों को समाज में फैल रहीं कुरीतियों को दूर करने को कहा। साथ ही नबी करीम के बताए रास्ते पर जिंदगी गुज़ारने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को हुज़ूर की सीरत पर अमल करना चाहिए, साथ ही अपनी नमाज़े भी दुरुस्त करना जरूरी है। सलातो सलाम के बाद महफिल का समापन हुआ। फात्हांख्वानी के बाद क़ौम व मुल्क की सलामती के लिए दुआ की गई।
इस मौके पर मुफ्ती असगर अली, हाफिज मंसूर कादरी, हाफिज नसीम, हाफिज सैयद जुबैर अली अशरफी, हाफिज जुनैद कादरी, हाफिज कासिम, चेयरमैन नबाव हसन, सभासद अलीजान, मुजीब खांन, हशमत अली खलीफा, सैयद शाहिद अली, समशाद मंसूरी, नसीम मंसूरी, छोटे, कल्लू, आबिद खांन आदि मौजूद रहे।