बदायूॅं जनमत। माहे रमज़ान के आखिरी जुमा अलविदा की नमाज जिले भर में शांतिपूर्ण ढंग से अदा हुई। इस दौरान मजिस्ट्रेट समेत पुलिस प्रशासन भी तैनात रहा। शहर की जामा मस्जिद शम्मी, खानकाह आलिया कादरिया समेत सभी मस्जिदों के अलावा ककराला, उसहैत, उसावां, दातागंज, कादरचौक, अलापुर, शेखूपुर, उझानी, बिल्सी, इस्लामनगर, सहसवान, वजीरगंज, सैदपुर, फैजगंज, बिसौली क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा के बीच शांति के साथ नमाज़ सम्पन्न हुई।
अलविदा की नमाज में बड़ी संख्या में नमाजी इकट्ठे हुए। नमाज के बाद मस्जिदों में मुल्क व कौम की खुशहाली के लिए दुआएं की गई। नमाज से पहले हाफिज मोहम्मद शरीफ़ जामी ने अपनी तकरीर में कहा हम ज्यादा से ज्यादा अल्लाह की इबादत करें।रमजान मुकद्दस का आखिरी असरा चल रहा है। जो जहन्नुम से निजात का है। इस पाक महीने का हर रोजा बेशकीमती है। मौलाना ने कहा रोज़ा अल्लाह की अदालत में रोजेदार की मगफिरत का वकील बन जाता है। इस महीने में मिस्कीन, कमजोर पड़ोसी और गरीब रिश्तेदारों की दिल खोलकर मदद करनी चाहिए। खुदा का भी यही पैगाम है। शुक्रवार को अलविदा की नमाज बिसौली जामा मस्जिद में हाफिज अब्दुल मुक्तदिर अहमद ने अदा कराई। वहीं मस्जिद बिलाल में मौलाना शादाब रज़ा उवैसी, मुस्तफा मस्जिद में हाफिज कमरूज्जमा अशरफी, कादरी मस्जिद में मौलाना अहमद हसन ने, खानकाह बाली मस्जिद में मौलाना अब्दुल वसी सालमी ने, बड़ी मस्जिद में मौलाना आमिल रज़ा ने मरकज वाली मस्जिद में नसीम अख्तर कासमी ने, नूर ए इलाही आस्ताने बाली मस्जिद में हाफिज जैनुल आब्दीन ने, नफीस मस्जिद में हाफिज मजहर खान ने, हसनी मस्जिद में हाफिज फुरकान रजा ने, इब्राहीम बाली मस्जिद में हाफिज इज्जत अली ने, मुंसिफी वाली मस्जिद में हाफिज मोहम्मद इमरान ने नमाज अदा कराई। सुरक्षा की दृष्टि से सभी मस्जिदों के बाहर पुलिस बल तैनात रहा।
जनमत एक्सप्रेस के लिए आईएम खांन की रिपोर्ट: जनमत एक्सप्रेस।