बदायूॅं जनमत। दरगाह शाह शराफत अली मियां के सज्जादानशीन शाह मुहम्मद सकलैन मियां हुजूर के उर्से चेहलुम के मौके पर मुरीदों ने मियां हुजूर के ईसाले सवाव के लिए कस्बा सैदपुर के मोहल्ला कुरेशियान नूरी चौक पर फात्हांख्वानी का आयोजन किया गया। इसके साथ ही लंगर ए आम चला, बाद नमाज़ इंशा जलसे का भी आयोजन हुआ। जिसकी शुरुआत तिलावते कलामे इलाही से हाफिज नौशाद रज़ा ने की। इसके अलावा बरेली से आएं हसीब रौनक सकलैनी, इमरान सकलैनी ने नात व मनकत पेश की। इसके साथ ही मियां हुजूर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए मुफ्ती फहीम सकलैनी अज़हरी ने कहा हज़रत ने अपनी सारी जिंदगी दीनी खिदमत में गुजारी, ग़रीब बेटियों की शादी के लिए हज़रत ने अहम भूमिका निभाई। प्रदेश में ही नहीं मुंबई, दिल्ली, उत्तराखंड, गुजरात में हर साल सौ से ज्यादा गरीब बेटियों की शादी करवाते थे। वहीं उनकी तालीम पर भी जोर देते। आख़िर में सलातो सलाम के बाद मुल्क और कौम के लिए दुआ फमाई गई। मुरीदों की जानिब से लंगर किया गया।
इस दौरान शकील सकलैनी, युनूस कुरैशी, काले कुरैशी, कलीम सकलैनी, जमील सकलैनी, माजिद सकलैनी, अकील सकलैनी, अबरार सकलैनी, एसएच कुरैशी आदि मौजूद रहे। इधर काफ़ी संख्या में मुरीद बरेली पहुंचे और उर्से चेहलुम में शिरकत की।