बदायूँ जनमत। बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित कंपोजिट स्कूल आरिफपुर नवादा में कार्यरत अनुसूचित जाति की शिक्षिका शिवानी सिंह ने अपने प्रधानाध्यापक एवं उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ बदायूं के जिलाध्यक्ष के खिलाफ महानिदेशक स्कूली शिक्षा लखनऊ को एक प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें प्रधानाध्यापक के खिलाफ उन्होंने काफी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। शिवानी सिंह ने कहा है कि संजीव शर्मा मुझे बिना मोबाइल के अकेले अपने कक्ष में बुलाते हैं और प्रार्थीनी के साथ गलत तरीके से पेश आते हैं। जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए चमरिया शब्दों का संबोधन करते हैं। वह अश्लील हरकतों का प्रयोग करते हुए कहते हैं कि एक बार मालवीय आवास में आ जाओ सब कुछ ठीक हो जाएगा और वह धमकाते हुए कहते हैं कि मैंने 6 मर्डर किए हैं तेरी लाश का भी पता नहीं चलेगा। साथ ही वह कहते हैं कि तेरी जाति वाले मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते क्योंकि दिनेश लाल शर्मा पूर्व उपमुख्यमंत्री हमारे रिश्तेदार हैं। बीएसए बदायूं आनंद प्रकाश शर्मा मेरे मौसा हैं, अब तो डाइट परिचार्य भी मेरी जाति के आ गए हैं। वह कहते हैं कि मेरी दो-दो बीवियां हैं, मैं तुझे भी अपने कब्जे में लेना चाहता हूँ। दुख की बात यह है कि उससे सब डरते हैं कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं है। प्रार्थीनी को बहुत डर लग रहा है। जिस कारण प्रार्थीनी डिप्रेशन में हैं। प्रार्थीनी को ऐसा लगता है कि या तो सर्विस छोड़नी पड़ेगी या फिर जान देनी पड़ेगी। लेकिन प्रार्थीनी ने बहुत मेहनत से यह नौकरी पाई है। प्रार्थीनी को सस्पेंड कराने की भी धमकी मिलती है। विद्यालय से संबंधित ऐसे कार्य कराने को मजबूर करते हैं जो प्रार्थिनी के कार्य क्षेत्र में नहीं आते हैं ताकि, विषय वस्तुओं में फंसा कर प्रार्थीनी के खिलाफ कार्रवाई करवा सके। शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष होने के कारण वह संगठन के नाम पर पैसे वसूली करते हैं। विद्यालय को राजनीति का अड्डा बना दिया है। किसी भी कार्यक्रम में विद्यालय समय के पश्चात विद्यालय में बैठक करते हैं। हेड मास्टर का कार्य दूसरों से कराते हैं, वह कहते हैं कि नवादा में मेरे नियम चलते हैं यहां किसी अधिकारी की नहीं चलती। गलत तरीके से मृतक आश्रित में नियुक्ति के साथ हेड मास्टर का चार्ज भी लिया है। इसके पास आय से अधिक संपत्ति है। प्रार्थीनी ने अनुरोध किया है कि उपरोक्त प्रकरण में कार्रवाई कर उसे सुरक्षा प्रदान कराए जाना आवश्यक है। प्रार्थीनी को स्कूल जाने में डर लग रहा है। उसे जान माल का खतरा है। प्रार्थिनी के साथ कभी भी कोई अप्रिय घटना कर सकते हैं। जिसकी सारी जिम्मेदारी संजीव कुमार शर्मा की होगी।
