बदायूॅं जनमत। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में हुए आतंकी हमले में बदायूं के लाल मोहित सिंह राठौड़ शहीद हो गए। मोहित अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे वहीं उनकी तीन बहनें हैं। रविवार सुबह उनके शव के बदायूं पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। मोहित की शहादत की खबर सुनते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। परिजनों ने सेना के अधिकारियों से संपर्क साधा है, लेकिन अभी तक शव श्रीनगर भी नहीं पहुंच सका है। बदायूं के थाना इस्लामनगर इलाके के सवानगर निवासी नत्थू सिंह पेशे से किसान हैं। उनके इकलौते बेटे मोहित की मां कलावती की कई साल पहले बीमारी के चलते मौत हो चुकी थी।
मोहित की शादी डेढ़ साल पहले बिसौली कोतवाली इलाके के करेंगी गांव की रुचि के साथ हुई थी। मोहित 2017 में सेना में भर्ती हुए थे। एसएचओ इस्लामनगर हरेंद्र सिंह ने बताया कि मोहित जनवरी में छुट्टी पर आए थे और 14 फरवरी को वापस ड्यूटी पर गए थे। रविवार को मोहित का शव बदायूं पहुंचेगा। पुलिस के अनुसार, शव सुबह आठ बजे तक बदायूं पहुंचेगा। शव को श्रीनगर से हेलीकॉप्टर द्वारा बरेली लाया जाएगा, और बरेली से सेना के वाहन से पैतृक गांव लाया जाएगा। यहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।