बदायूॅं जनमत। एक जनवरी को बदायूं एसएसपी दफ्तर में खुद को आग लगाने वाले शहर के मोहल्ला नई सराय निवासी गुलफाम की भोजीपुरा के मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। घटना के बाद से ही गुलफाम का यहां उपचार चल रहा था। पत्नी से उसकी मुकदमेबाजी चल रही थी।
घटना के बाद उसने सदर भाजपा विधायक महेश चंद्र गुप्ता पर आरोप लगाया था कि उन्होंने पुलिस को कॉल करके आरोपियों पर कार्रवाई न करने को कहा था। सीओ सिटी ने उसे डोडा में जेल भेजने की धमकी दी। सदर कोतवाल पर भी दूसरे पक्ष से मिलीभगत का आरोप लगाया था। अब रविवार सुबह गुलफाम की मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम हाउस लाया गया है। यहां उसके परिवार का कोई सदस्य नहीं है। पुलिस जल्दी पोस्टमार्टम कराकर शव ले जाना चाहती है और किसी से बात नहीं कर रही है।
विधायक और एसएसपी ने दी थी सफाई…
आरोपों में घिरे भाजपा के नगर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि मैं तो उस युवक को जानता भी नहीं हूं। मुझे जानकारी मिली थी। उसके बाद मैंने पुलिस से पता किया तो पता चला कि वह पहले भी आत्मदाह का प्रयास कर चुका हैं। उसका पत्नी से विवाद चल रहा है।
एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया था कि युवक का ससुरालियों से दो साल से विवाद चल रहा है। इस मामले में कोतवाली, सिविल लाइंस और मुजरिया थाने में रिपोर्ट दर्ज है। दो दिन पहले इसके खिलाफ छेड़खानी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। उसी तनाव में युवक ने खुद को आग के हवाले कर दिया। हालांकि एसएसपी ने कोतवाल को निलंबित कर दिया था।