बदायूॅं जनमत। प्रबंध निदेशक मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लखनऊ के कार्यक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 19 जनपदों के 965 विद्युत उपकेंद्रों के 4800 पोषकों से लगभग 1.98 करोड़ उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की जा रही है। जिसके परिचालन व अनुरक्षण का कार्य करने के लिए मध्यांचल प्रबंधन द्वारा 29 हजार कर्मचारियों के स्थान पर 19 हजार कर्मचारियों को तैनात कर कार्य कराया जा रहा है। साथ ही संविदा कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है।
छंटनी के नाम पर जनपद में 1015 कर्मचारियों में से 269 विद्युत संविदा कर्मचारियों को बिना किसी पूर्व सूचना के एक फरवरी 2025 से कार्य से हटा दिया गया है। वहीं बिसौली से 306 विद्युत संविदा कर्मचारियों में से 116 संविदा कर्मचारियों को हटा दिया गया है। जिससे आक्रोशित विद्युत संविदा कर्मचारियों ने विद्युत वितरण खंड बिसौली के कार्यालय पर आवश्यक बैठक कर रणनीति तैयार की है। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ द्वारा निम्न कार्यक्रम किए जाएंगे। एक फरवरी से विद्युत संविदा कर्मचारी निर्धारित कार्य के घंटे से एक घंटा अधिक कार्य करेंगे। 3 फरवरी को विद्युत वितरण खंड कार्यालय प्रथम एवं द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ पर शाम चार बजे से विरोध सभाएं की जाएंगी। चार फरवरी को पूरे जनपद के विद्युत संविदा कर्मचारी अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर शाम चार बजे से विरोध सभा करेंगे। 5 फरवरी को सभी विद्युत संविदा कर्मचारी अपने-अपने कार्य स्थल (बिजली घरों) पर शाम चार बजे से विरोध सभा करेंगे। इससे भी अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो 6 फरवरी को मध्यांचल एमडी कार्यालय पर सत्याग्रह करेंगे।
बैठक में हर्षवर्धन, हरीश चंद्र यादव, प्रेमपाल प्रजापति, धीरेंद्र कुमार सिंह, अभय सिंह, हरकेश सिंह, नवीन शंखधार, उमेश यादव, मेहताब मियां, जितेंद्र शाक्य, श्याम बाबू शर्मा, प्रदीप कुमार शर्मा आदि शामिल हुए।