बदायूॅं जनमत। कुंवरगांव थाना पुलिस ने राहगीरों से ठगी करने छह सदस्यीय गैंग को पकड़ा है। इनमें एक महिला भी शामिल है। गैंग में दिल्ली, लखनऊ, फिरोजाबाद व अजमेर के लोग शामिल हैं। एक शातिर बदायूं का सर्राफा कारोबारी भी है, जो इनसे माल सस्ते दाम में खरीदता था।
पुलिस के मुताबिक 9 जुलाई को बदायूं-आंवला रोड पर कसेर गांव के पास इस गैंग ने बुजुर्ग महिला रामबेटी पत्नी ओमराय निवासी वार्ड संख्या दो कस्बा कुंवरगांव को नोट की जगह कागजों की गड्डी देकर उनके कुंडल ठगे थे। इस घटना के अनावरण के लिए टीम जुटी हुई थी। पुलिस ने कसेर गांव के पास से इस गैंग को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम छेतिया परमार व उसकी पत्नी देवी निवासीगण उत्तम नगर कालोनी बालाजी चौक मटका वाली गली थाना रनगोला, नई दिल्ली, शंकर राठौर व केशू राठौर निवासी गांव रहना की पुलिया फौजी वाली गली थाना उत्तर, फिरोजाबाद, हाल पता मोहल्ला फरीदीपुर आर्यन का किराये का मकान निकट कस्बा व थाना दुबग्गा, लखनऊ, शंकर बागरी निवासी मिशन कम्पाउण्ड वार्ड नंबर तीन लोहार बस्ती कस्बा व थाना नशीराबाद, अजमेर व प्रशांत रस्तोगी पुत्र राजेश रस्तोगी निवासी मोहल्ला चाहमीर मढ़ई चौक थाना सदर कोतवाली बताया।
आरोपियों के पास से एक जोड़ी पायजेब, एक अंगूठी, पांच घुंघरू वाली पायजेब, एक लौंग, एक जोड़ी कुंडल व डेढ़ हजार रुपये के अलावा काले कपड़े में सिले हुए नोटो की गड्डीनुमा कागज के टुकड़े मिले। इस गड्डी पर ऊपर पांच सौ रुपये के नोट लगे हुए थे। एक बाइक व छह मोबाइल फोन भी मिले हैं। आरोपियों ने कबूला कि राहगीरों को कभी चेकिंग का बहाना बनाकर तो कभी महिलाओं को उनके गहने महंगे दाम में खरीदने का झांसा देकर जेवरात ठगते थे। एसएचओ वेदपाल सिंह ने बताया कि इन शातिरों का गैर प्रांतों में भी आपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है।
प्रशांत करता था चोरी के माल की खरीददारी…
पुलिस के मुताबिक प्रशांत रस्तोगी नाम का शातिर सर्राफा कारोबारी है। उसकी शहर के बाजार में ज्वैलर्स की दुकान है। इस गैंग से वो ठगी का माल सस्ते रेट में खरीदता था और उसे गलाने का काम करता था। वह काफी समय से इस गैंग के टच में था।