बदायूँ जनमत। तहसील दातागंज में तैनात लेखपाल का विरासत दर्ज करने के नाम पर रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हो रहा है। लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक कोई कारवाई नहीं की गई है। एसडीएम ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद कारवाई की जाएगी।
तहसील दातागंज क्षेत्र गांव दियोरी निवासी रामनाथ की दो साल पहले मृत्यु हो गई थी। उनके बेटे सुखपाल ने विरासत दर्ज करावाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन हल्का लेखपाल धमेंद्र कुमार ने लम्बे समय से विरासत दर्ज नहीं की गई। आरोप है कि गांव पर तैनात लेखपाल कई महीनों से लगातार टाल मटोल कर रहा है और सुखपाल से सात सौ रुपये मांगे जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके बाद सुखपाल से कुछ रूपए लिए और कहा कि अब तुम्हारा काम निपट जाएगा। और अगर पहले कर दिया होता तो अब तक काम हो चुका होता। लेखपाल का रिश्वत लेते वीडियो बनाकर किसी व्यक्ति द्वारा वायरल कर दिया गया। वीडियो वायरल होने से पूरे क्षेत्र में व्यापक चर्चा चल रही है। वीडियो वायरल होने पर प्रशासन की जमकर फजीहत हो रही है।
पूरे जिले में अब तक दर्जन भर से अधिक कर्मचारियों का रिश्वत लेते वीडियो वायरल हो चुका है। लेकिन अधिकांश कर्मचारियो को जांच के बाद निलंबित किया जाता है और उसके कुछ दिनों के बाद बहाल कर दिया जाता है। वास्तव में रिश्वत की पुष्टि होने पर आरोपी के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं होती। इस तरह के भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ कारवाई नहीं होने से इनके हौसले और भी ज्यादा बुलंद होते जा रहे है। जिससे जनमानस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
