कार्य बहिष्कार: अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में एसडीएम कोर्ट के सामने नारेबाजी की

उत्तर प्रदेश

बदायूँ जनमत। कार्य बहिष्कार के दूसरे दिन बिसौली में अधिवक्ताओं ने एसडीएम कोर्ट के सामने जमकर हंगामा काटा। गुस्साए वकीलों ने एसडीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। अभद्र व्यवहार करने के अलावा वकीलों ने मुकदमों की दो डायरी बनाने का संगीन आरोप भी लगाया है।
शुक्रवार अपराह्न बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में एसडीएम कोर्ट के सामने जमकर नारेबाजी की। वकीलों ने एसडीएम ज्योति शर्मा पर भ्रष्टाचार के तमाम आरोप लगाते हुए उनकी सम्पत्ति की जाँच की मांग तक कर डाली। इससे पहले बार हाल में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनूप शर्मा ने कहा कि एसडीएम का अधिवक्ताओं के प्रति रवैया काफी समय से नकारात्मक रहा है। वे अधिवक्ताओं के अलावा वादकारियों से भी सम्मानजनक व्यवहार नहीं करतीं। यहां तक कि वे अपने चौम्बर में अधिवक्ताओं के प्रति अशोभनीय टिप्पणियां करती हैं। श्री शर्मा ने कहा कि एसडीएम कोर्ट में एक की जगह दो केस डायरी बनाई जा रही हैं जो भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि वादकारियों को बिना वकीलों के वाद कार्यवाही का प्रलोभन दिया जा रहा है। यही नहीं अधिवक्ताओं को जेल भिजवाने की धमकियां भी दी जा रही हैं। सभी अधिवक्ताओं ने एक स्वर में एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार जारी रखने का निर्णय लिया। प्रस्ताव में जमानत कार्यों को बहिष्कार से पृथक रखने का निर्णय लिया गया है। बैठक में रविन्द्र पाल, दिनेश शर्मा, विपिन पाठक, नरेश पाराशरी, राजेश सक्सेना, नरेन्द्रपाल, दिनेश सक्सेना, वेदप्रकाश सक्सेना, अलताफ हुसैन, कमल सक्सेना, भेषजशरण, सुनील चौहान, राजीव सक्सेना, हृदेश शंखधार, राजीव राठौर, सचिन सक्सेना, कुलदीप यादव, राजीव दुबे, दिनेश यादव आदि अधिवक्ता प्रमुखता से मौजूद रहे।

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