बदायूँ जनमत। पुलिस ने भैंस चोर गैंग के एक सदस्य को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग के दौरान आरोपी के तीन साथी भाग निकले। गोली लगे बदमाश का इलाज चल रहा है। आरोपी के परिजनों का कहना है कि उसे कोर्ट से तारीख के बाद पुलिस ने उठा लिया था और फर्जी मुठभेड़ दिखाते हुए टांग में गोली मार दी। परिजनों ने मुठभेड़ पर सवाल उठाए हैं।
पुलिस के मुताबिक बिल्सी थाने की पुलिस टीम गुरुवार रात गश्त पर थी। इस दौरान रिसौली गांव निवासी गोपाल सिंह ने सूचना दी कि सशस्त्र बदमाश उसकी दो भैंस खोल कर ले गए हैं। पुलिस टीम ने घेराबंदी की और इस दौरान इंस्पेक्टर बिल्सी अशोक कुमार भी वहां पहुंच गए। घेराबंदी के दौरान बदमाशों ने फायरिंग की और जवाबी फायरिंग में एक बदमाश पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया। आरोपी का नाम भूरा निवासी गांव खैरी है। आरोपी के खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज है। उसके पास से दो भैंस के अलावा तमंचा भी बरामद हुआ है। उसके 3 साथी वहां से फायरिंग करते हुए भाग गए।एसपी देहात अजय प्रताप ने बताया कि बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग की थी। इस दौरान एक बदमाश को गोली लगी है। उसके साथियों का पता लगाया जा रहा है।
परिजनों ने मुठभेड़ पर उठाए सवाल
इधर, भूरा की पत्नी आयशा का कहना है कि गुरुवार 16 मार्च को पति की कोर्ट में तारीख थी। तारीख के लिए ही वह दिल्ली से आया था। बदायूं में तारीख की और इसके बाद बाइकसे लौट रहा था। दोपहर ढाई बजे से भूरा का मोबाइल बंद आ रहा था। उसकी तलाश करते रहे जबकि सुबह पता चला कि पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया है। आरोप है कि पुलिस ने उसे बाइक संभालते वक्त कस्टडी में ले लिया। जबकि रात को फर्जी मुठभेड़ में उसे गोली मार दी।