बदायूॅं जनमत। जिले के राजकीय मेडिकल कॉलेज से बेहद डराने वाली तस्वीरें सामने आईं हैं। यहां आईसीयू में वेंटीलेटर पर रखे गए मरीज का पैर चूहे ने कुतर डाली। परिजनों ने देखा तो स्टाफ को जानकारी दी। स्टाफ ने ड्रेसिंग कर दी। इसके अलावा मरीज के कान और माथे पर भी जख्म के निशान मिले हैं।
मामले में प्राचार्य ने CMS को 48 घंटे में जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। प्राचार्य का कहना है कि ऑक्सीजन पाइप लाइन के लीकेज प्वाइंट से चूहे आईसीयू में घुसे थे। उस प्वाइंट को रिपेयर कराया जा रहा है।
दरअसल, दातागंज के बुध बाजार में रहने वाले रामसेवक गुप्ता का 7 जून को एक्सीडेंट हुआ था। गंभीर रूप से घायल रामसेवक का पहले तो परिवार वालों ने दिल्ली में इलाज कराया। सुधार न होने पर परिजन उन्हें 30 जून को राजकीय मेडिकल कॉलेज बदायूं ले आए। हेड इंजरी के कारण आईसीयू में उन्हें वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया गया था। बेहोशी की हालत में ही उनका इलाज चल रहा है।
सोमवार को परिजन आइसीयू में अपने मरीज को देखने पहुंचे। तभी उन्होंने देखा कि रामसेवक के पैर को चूहे कुतर गए थे। केवल पैर ही नहीं बल्कि कान व माथे पर भी चूहे के दांत के जख्म हैं। चूहे मरीज को कुतरते रहे, लेकिन स्टाफ ने मरीज को देखा तक नहीं।
रामसेवक के भाई राम गुप्ता ने बताया “भाई को चूहे ने कई जगह से कुतर दिया था। खून बहता देखा तो स्टाफ को जानकारी दी। इस पर स्टाफ मरहम-पट्टी करके चला गया और पूरा मामला दबाए बैठा रहा। उन्होंने बताया कि आईसीयू में काफी बड़े-बड़े चूहे हैं। आईसीयू जैसे सेफ वार्ड में अगर चूहे पहुंच जाएंगे तो कोई सरकारी अस्पताल में इलाज क्यों कराने आएगा।”
इस मामले पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एनसी प्रजापति का कहना है यह पूरा मामला सीएमएस मेडिकल कॉलेज के अंडर का है, मामला गंभीर है। इसलिए इस मामले की पूरी जांच 48 घंटे में पूरी हो जाएगी, कौन स्टाफ तैनात था और किसने लापरवाही की, इसकी जांच की जा रही है। मेडिकल कॉलेज में चूहे इसलिए हैं, क्योंकि निर्माण चल रहा है और कुछ मरीज के तीमारदार खाना खाते हैं, इस वजह से चूहे आ जाते हैं। सुबह ऑक्सीजन पाइप लाइन के जरिए पहुंचे थे, जिसे रिपेयर कराया जा रहा है।
