बदायूॅं जनमत। घर से गोवंश खोलकर उनका खेतिहर इलाके में वध करने वाले गैंग का पुलिस ने घटना के 36 घंटे में खुलासा कर दिया है। बिनावर पुलिस ने दो तस्करों को गोवंश के मांस समेत गिरफ्तार किया है। जबकि इस गैंग के चार सदस्य फरार हैं। पकड़े गए तस्करों से वध करने के उपकरण भी बरामद हुए हैं। फिलहाल पुलिस फरार तस्करों की तलाश कर रही है।
बिनावर पुलिस ने शानू व मोनिस निवास गांव सिकरोड़ी थाना बिनावर, हाल निवासी मोहल्ला ऊपरपारा थाना सदर कोतवाली को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने इनके पास से दो क्विंटल गोवंशीय मांस भी बरामद कर लिया। इनकी लाइसेंसी मीट की शहर में दुकान है। आरोपियों से पूछताछ में पता लगा कि इन्होंने गांव के ही चार युवकों से ये मांस खरीदा था। आरोपियों के पास से 1700 रुपए भी मिले हैं, जो मांस बेचकर कमाए थे।
पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि गांव सिकरोड़ी के ही आसिफ, शानू व कासिम के अलावा अहिरवारा गांव के जावेद से यह मांस खरीदा था। पुलिस के मुताबिक इन्हीं शातिरों ने गांव के स्वामी दयाल के बुधवार रात बैल चोरी करके उन्हें खेतों में ले जाकर काटा था।
पुलिस के मुताबिक शानू व मोनिस की ऊपरपारा इलाके में मीट की दुकान है। उन्हें बकरा और मुर्गा काटने का लाइसेंस मिला हुआ है लेकिन इस लाइसेंस की आड़ में ये भी गोमांस बेच रहे थे। शहर के मोहल्ला खंडसारी इलाके में भी इसी तरह का कारोबार चलता मिल चुका है।
चार अक्टूबर की रात को बिनावर के नौसाना गांव में रहने वाले स्वामी दयाल के घर के बाहर बंधे बैल तस्कर खोलकर ले गए थे और खेतों में ले जाकर उनका वध कर दिया था। तस्कर अवशेशों को वहीं फेंक गए थे। मामले की तहरीर पर दूसरे दिन पांच अक्टूबर को पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। जबकि शुक्रवार को मामले का वर्कआउट कर दिया। एसएचओ ऋशिपाल सिंह ने बताया कि फरार तस्करों की तलाश की जा रही है।