बदायूँ जनमत। गुरुवार रात आसफपुर रेलवे स्टेशन के समीप एक दलित नाबालिक किशोरी की हत्या का पुलिस ने अनावरण किया है। पुलिस के मुताबिक स्टेशन पर ही मिठाई की दुकान चलाने वाले जितेंद्र यादव पुत्र शिवकुमार यादव ने किशोरी के साथ पहले दुष्कर्म किया फिर उसकी हत्या कर दी। हालांकि इस बात को दबी जुबान से स्टेशन पर दुकान चलाने वाले अन्य दुकानदार भी स्वीकार रहे थे लेकिन मीडिया के सामने कोई बोल नहीं रहा था।
आरोपी थाना फैजगंज बेहटा क्षेत्र के ग्राम सादुल्लानगर रौला का रहने वाला है। लेकिन, काफी समय से रेलवे स्टेशन क्षेत्र में ही मकान बनवाकर रह रहा है। मकान के बाहरी हिस्से में उसकी मिठाई की दुकान है। गुरुवार रात बारिश के बीच जितेंद्र ने स्टेशन पर घूम रही किशोरी को खाने का लालच देकर बुलाया और अपने साथ अरिल नदी की कटरी में मुख्य मार्ग से लगभग 100 मीटर दूर झाड़ियों में ले गया। वहीं उसने किशोरी के साथ पहले जबरन दुष्कर्म किया और फिर पहचान लिए जाने के डर से उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। यही नहीं बल्कि शव को छिपाने के उद्देश्य से उसके ऊपर मिट्टी भी डाल दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में न सिर्फ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है बल्कि किशोरी की स्वांस नली में मिट्टी भरी पाई गई जो उसकी मौत का कारण बन गयी। पुलिस को घटना का खुलासा करने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी औऱ कुछ ही घंटों के अंदर आरोपी जितेंद्र यादव को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी जितेंद्र पर धारा 376(3)/302 एवं पाक्सो एक्ट की धारा 5/6 एवं अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धारा 3(2)(5) के तहत कार्यवाही करते हुए उसे जेल भेज दिया गया। उपरोक्त घटना के सफल अनावरण एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी में सम्मिलित टीम को उत्साहवर्धन हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 25,000 रुपये के पुरुस्कार से पुरुस्कृत किया है।
किशोरी के गाँव में पसरा है सन्नाटा
घटना के बाद से ही किशोरी के गाँव मे अजीब सा सन्नाटा छाया हुआ है। उसके घर लोगों का तांता लगा हुआ है और लोगों में आरोपी के प्रति खासा आक्रोश फैला हुआ है। परिजन पुलिस की त्वरित कार्यवाही से तो संतुष्ट हैं लेकिन चौकी प्रभारी राजेश कौशिक के प्रति उनके मन मे आक्रोश पनप रहा है। उनमें इस बात को लेकर खासा रोष है कि उनकी बेटी की हत्या की सूचना दिये बिना चौकी प्रभारी ने शव को पीएम हाउस भेज दिया और साक्ष्य मिटाने के प्रयास किये। दबी जुबान कई लोगों ने चौकी प्रभारी राजेश कौशिक को निलंबित किये जाने की मांग की है।
जिलाधिकारी और एसएसपी ने की परिजनों से मुलाका
रविवार को जिलाधिकारी दीपा रंजन, एसएसपी डॉ ओपी सिंह, एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा, उपजिलाधिकारी बिसौली ज्योति शर्मा समेत कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने किशोरी के गांव पहाड़पुर पहुँचकर परिजनों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। एसएसपी ने पीड़ित परिवार की सुरक्षा हेतु एक कांस्टेबल और एक होमगार्ड जवान को घर पर तैनाती के आदेश दिए, साथ ही सरकार द्वारा आर्थिक मदद दिये जाने की घोषणा की।
कब होगी साक्ष्य मिटाने वाले चौकी प्रभारी पर कार्यवाही
किशोरी की दुष्कर्म के बाद हत्या करने के आरोपी जितेंद्र यादव की गिरफ्तारी के बाद से लोग यह कयास लगाने लगे हैं कि इस पूरे मामले में लीपापोती करने वाले आसफपुर पुलिस चौकी प्रभारी राजेश कौशिक की भूमिका की जांच कब होगी और उनपर क्या कार्यवाही की जायेगी। किशोरी की हत्या के बाद से परिजन चौकी इंचार्ज की कार्यशैली से भड़के हुए थे। उनका साफ कहना था कि चौकी प्रभारी ने अपनी भूमिका के साथ न्याय नहीं किया है। उनको निलंबित किया जाना चाहिए। अब देखना यह है कि इस मामले में संदिग्ध रही चौकी इंचार्ज की भूमिका को देखते हुए उच्चाधिकारी उनपर क्या कार्यवाही करते हैं।