बदायूॅं जनमत। पुुलिस ने तीन लुटेरों को पकड़ा है। तीनों कांवड़ियों की ड्रेस में विभिन्न इलाकों में घूमकर रेकी करते और लूट की वारदात को अंजाम देते थे। आरोपियों के पास से दो दिन पहले मुजरिया इलाके में हुई लूट की कुछ नकदी भी मिली है। साथ ही बाइक और तमंचे भी बरामद हुए हैं।
स्वाट टीम और मुजरिया थाना पुलिस के संयुक्त अभियान में मंगलवार को 3 शातिर सहसवान इलाके के गांव सराय रामदास के पास पकड़े गए। तलाशी में तीनों के पास से एक-एक तमंचा समेत कारतूस बरामद हुए। थाने लाकर पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम गजेंद्र उर्फ मोनू और बादशाह उर्फ टिंकू निवासीगण गांव भगतपुर कोतवाली सहसवान के अलावा रवींद्र यादव निवासी गांव मटुकुली थाना मुजरिया बताया। तीनों कांवड़ियों की ड्रेस पहने हुए थे। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान लूट की कई वारदातों को अंजाम देने की बात भी कबूली है।
16 जुलाई को मुजरिया इलाके के गांव सगराय के पास शहबाज अली निवासी हयातनगर, संभल के साथ लूट की वारदात हुई थी। शहबाज अपने कुछ सहयोगियों को लेकर ट्रैक्टर खरीदने यहां पहुंचे थे और पहले से घात लगाए बैठे बदमाशों ने उन्हें पीटकर असलहों के बल पर 50 हजार कैश लूटा था। इसके अलावा इन लोगों के मोबाइल और एटीएम कार्ड भी छीन लिया था। गैंग की गिरफ्तारी के बाद उनके पास से लूटी गई रकम में से 37 हजार रुपए बरामद हुए हैं।
शातिरों ने कबूला कि उन्होंने जान-बूझकर कांवड़ियों की ड्रेस पहनी थी क्योंकि सावन का महीना चल रहा है और हर हाईवे पर कांवड़िये निकल रहे हैं। कांवड़ियों की पुलिस चेकिंग नहीं करती है। इसी का यह गिरोह फायदा उठा रहा था। पिछले दिनों भी कछला रोड पर इसी गैंग ने कांवड़ियों की ड्रेस पहनकर लूट की थी। बाकी कई अन्य वारदातें भी कबूली हैं। एसएचओ मुजरिया दिनेश शर्मा ने बताया कि आरोपियों को जेल भेजा गया है। उनके चौथे साथी की तलाश चल रही है।
